लोहरदगा : शुक्रवार को केंद्रीय सरना समिति जिला लोहरदगा का द्वारा आयोजित करमा पर्व के शुभ अवसर पर कर्मा पूर्व संध्या सांस्कृतिक समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में स्थानीय विधायक सह मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव शामिल हुये। उन्होंने कार्यक्रम में संबोधित करते हुए कहा कि करमा संस्कृत धरोहर है यह झारखंड के प्रमुख त्योहारों में से एक है इस पर्व को न सिर्फ हमारे आदिवासी समुदाय बल्कि गैर आदिवासी लोग भी इसमें बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं. इस पर्व को भाई-बहन का त्यौहार के रूप में मनाया जाता है जहां बहन अपने भाई की लंबी उम्र के लिए दुआ मांगती है. इसके साथ साथ हमारी सरकार का प्रयास है कि आदिवासियों का उत्थान हो इसके लिए हमने अनेकों प्रयास किए हैं सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत को बचाने के लिए हमने विधानसभा क्षेत्र में पौने दो सौ अखड़ा का निर्माण किया है इसके साथ-साथ पढहा भवन, धुमकुड़िया भवन,अखड़ा के लिए सोलर लाइट, एवं पारंपरिक वाद्य यंत्र का वितरण किया है ताकि समाज में हमारी संस्कृति सभ्यता बची रहे और यह हम सब का कर्तव्य है कि हम अपनी सामाजिक संस्कृति सभ्यता और परंपरा को अक्षुण्ण बनाए रखें। कार्यक्रम में अतिथि के रूप में झारखंड सरकार मंत्री सह लोहरदगा स्थानीय विधायक डॉ रामेश्वर उरांव के पुत्र रोहित उरांव, जिला परिषद अध्यक्ष रीना कुमारी भगत, सेन्हा प्रखंड जिला परिषद सदस्य राधा तिर्की, केन्द्रीय सरना समिति से मनि उरांव, सुखदेव उराँव,विफई उराँव,रघु उरॉव,वकिल भगत, शंकर भगत, कमलेश, लक्ष्मी नारायण भगत, राजी पड़हा सरना प्रार्थना सभा जिला समिति कोर कमिटी उपाध्यक्ष सोमे उरांव, जिलाध्यक्ष सोमदेव, सचिव सुखेन्द्र उरांव समेत भारी संख्या में आदिवासी समुदाय के लोगों उपस्थित थे।