Eksandeshlive Desk
हजारीबाग: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश रणजीत कुमार, उपायुक्त शशि प्रकाश सिंह एवं पुलिस अधीक्षक अंजनी अंजन के नेतृत्व में गुरुवार को लोकनायक जयप्रकाश नारायण केंद्रीय कारा, हजारीबाग का औचक निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के क्रम में संपूर्ण कारा परिसर का अवलोकन किया गया तथा सजायाफ्ता कैदियों से मिलकर उनकी समस्याओं से अवगत हुए और परिसर के सफाई व्यवस्था पर दिए निर्देश। प्रधान सत्र न्यायाधीश ने परिसर में कार्यरत सफाईकर्मियों की संख्या, कार्यावधि एवं उनके पारिश्रमिक भुगतान संबंधी जानकारी प्राप्त की। इस दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने जेल अधीक्षक को सफाईकर्मियों का रोस्टर तैयार करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण दल ने रसोईघर का भी अवलोकन किया और कैदियों के लिए बनाए जा रहे भोजन – दाल, रोटी, चावल आदि की गुणवत्ता की जांच की। परिसर में स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष जोर दिया गया। मौके पर रोटी मेकर मशीन क्रियाशील नहीं पाए जाने पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने इसे तत्काल ठीक कराने का निर्देश दिया।
कैदियों के इलाज हेतु संचालित अस्पताल वार्ड का निरीक्षण कर वहां उपलब्ध चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली गई। सिविल सर्जन को एक चिकित्सक की प्रतिनियुक्ति करने का निर्देश दिया गया। साथ ही दवा की उपलब्धता, आइसोलेशन वार्ड तथा संचारी रोग से ग्रसित कैदियों को अलग वार्ड में रखने की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया।
निरीक्षण के दौरान जेल परिसर में संचालित प्रिंटिंग प्रेस का भी अवलोकन किया गया। यहां सजायाफ्ता कैदियों द्वारा सरकारी कार्यालयों के प्रयोग हेतु फाइल फोल्डर एवं अन्य सामग्री का निर्माण किया जाता है। इस पहल का उद्देश्य कैदियों को कारावास के दौरान प्रशिक्षण देकर पारिश्रमिक अर्जित करने एवं आत्मनिर्भर बनाने पर बल देना है। निरीक्षण के अंत में जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कारा प्रशासन को साफ-सफाई, भोजन की गुणवत्ता, चिकित्सा सुविधाओं एवं प्रशिक्षण कार्यों में और अधिक सुधार लाने का निर्देश दिया। निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षु आईएएस आनंद शर्मा, प्रशिक्षु आईपीएस श्रुति, जिला योजना पदाधिकारी पंजक कुमार,जिला समाज कल्याण पदाधिकारी शिप्रा सिन्हा, जेल अधीक्षक उपस्थित रहे।