गोड्डा : महागामा थाना प्रभारी ने फरियादी को इतना मारा कि वो मरते-मरते…..

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गोड्डा पुलिस कप्तान नाथू सिंह मीणा, पुलिस अधिकारियों को आम जनता के साथ मिलकर काम करने की सलाह देते है. अलग-अलग थानों  के थाना प्रभारी को सख्त हिदायत देते हैं कि पुलिस और पब्लिक के बीच सामंजस्य स्थापित करें. ताकि अपराध पर अंकुश लगाया जा सके.

पुलिस कप्तान नाथू सिंह मीणा, थाना प्रभारियों को समझाते हैं कि कोई भी व्यक्ति शिकायत लेकर पहुंचे थे उसकी बात ध्यान से सुने. वहीं, अगर मामले का निष्पादन थाना में हो सकता है तो वहीं कर दें. ताकि आम जनता को ज्यादा परेशानी ना हो. लेकिन पुलिस कप्तान की बातों से ठीक विपरीत उनके थानेदार काम कर रहे हैं.

बता दें कि मामला महागागा थाना क्षेत्र स्थित दिग्घी गांव है. दरअसल, गांव का निवासी प्रीतम कुमार भगत अपने घरेलू जमीनी विवाद की फरियाद लेकर बीते 15 अप्रैल 2023 को महागामा थाना में आवेदन देने पहुंचा था. तब थाना में उनका आवेदन जमा कर लिया गया. वहीं, उन्हें वापस घर यह बोलकर भेज दिया गया कि कल सुबह दोनों पक्षों को सुबह 10 बजे बुलाया गया है तो वो भी कल आए.

वहीं, थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह के दिए गए समय से फरियादी प्रीतम कुमार भगत और उनकी पत्नी अगले दिन थाना पहुंचे. थाना पहुंचने के करीब डेढ घंटे बाद महागामा थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह विपक्षी पार्टी के लोगों के साथ पहुंचे. और बिना बात पूरी किए वर्दी का धौंस दिखाकर प्रतीम को गाली देने लगे.

इस मामले में पीड़ित व्यक्ति की पत्नी पिंकी कुमारी बताती हैं कि “जब हमलोग थाना प्रभारी के इस तानाशाही रवैये से भयभीत होकर अपना मोबाइल बैग से निकालने लगे तो थाना प्रभारी ने मोबाइल छीन लिया.” पीड़ित व्यक्ति की पत्नी कहती है कि “उसके बाद मेरे साथ भी गाली-गलौज करने लगे.” पिंकी कुमारी ने बताया कि “मेरे सामने ही मेरे पति प्रीतम कुमार भगत को थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह ने बेरहमी से पीटा. गर्मी काफी होने के कारण जब मार खाते-खाते प्रीतम जमीन पर गिर गया तो पैर में जुता पहने हुए ही थाना प्रभारी मुकेश कुमार सिंह प्रीतम के सिर और हाथ पर चढ़कर कुचलने का प्रयास करने लगे और बेरहमी से अंधाधुंध लाठी बरसाने लगे.”

पत्नी ने कहा कि इस पिटाई के कारण जब प्रतीम का बायां हाथ टूट गया तो थाना प्रभारी ने मारपीट करना बंद कर दिया. इसके बाद पीड़ित प्रीतम कुमार भगत का मोबाइल छीन लिया गया और दोनों पति-पत्नी को थाने में घंटों देर तक बंधक बनाकर रखा गया.

वहीं, जब पिंकी को लगा कि उसके पति की हालत काफी खराब हो रही है तो उसने थाना में मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों से भी इलाज कराने की बात कही तो किसी ने भी अनुमति नहीं दी. वहीं, जब पीड़ित की हालत बेहद खराब होने लगी तब दोनों को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल महागामा भेज दिया गया. जहां पीड़ित मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए सदर अस्पताल गोड्डा रेफर कर दिया गया.

वहीं, थाना प्रभारी के इस रवैये से काफी भयभीत होकर पीड़ित प्रीतम कुमार भगत और शिक्षिका पत्नी पिंकी कुमारी ने बीते 18 अप्रैल 2023 को गोड्डा पुलिस कप्तान नाथू सिंह मीणा को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है.