मणिपुर में फ्री मूवमेंट का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की सुरक्षाबलों से झड़प, आंसू गैस के गोले और लाठीचार्ज से कई घायल

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Eksandeshlive Desk

कांगपोकपी/इम्फाल : मणिपुर में एक बार फिर से तनाव बढ़ गया। यहां कांगपोकपी जिले में हाईवे ब्लॉक कर रहे प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए सुरक्षाबलों को बल का प्रयोग करना पड़ा। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। इस दौरान कुछ प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

प्रदर्शनकारियों ने ‘फ्री मूवमेंट’ के खिलाफ विरोध जताते हुए हाईवे जाम कर दिया था, जिससे यातायात बाधित हुआ। इससे पहले कांगपोकपी जिले के गमगिफाई इलाके में मणिपुर स्टेट ट्रांसपोर्ट (एमएसटी) की एक बस पर भीड़ ने पथराव किया। यह हमला तब हुआ जब दो साल पहले भड़की जातीय हिंसा के बाद पहली बार आज इम्फाल से पहाड़ी जिलों के लिए बस सेवा शुरू की गई थी। प्रदर्शन की आशंका को देखते हुए भारी सुरक्षा बल तैनात हैं। एमएसटी बसों की सुरक्षा के लिए असम राइफल्स के जवानों को भी तैनात किया गया है। सुरक्षा बल हर स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं। उल्लेखनीय है पिछले वर्ष दिसंबर में भी सरकार ने इसी तरह बस सेवा बहाल करने का प्रयास किया था, लेकिन यात्रियों की अनुपस्थिति के कारण योजना विफल हो गई थी।

मणिपुर में दो साल बाद सरकारी बस सेवाएं फिर शुरू

इससे पहले मणिपुर में करीब दो साल के बाद शनिवार से प्रमुख मार्गों पर सरकारी बस सेवाएं पुनः शुरू की गईं। इम्फाल से सेनापति जिले के लिए कांगपोकपी होते हुए और इम्फाल से चुराचांदपुर जिले के लिए बिश्नुपुर के रास्ते बसें चलीं। सुबह 9 बजे इम्फाल एयरपोर्ट से बसें चलीं। इसके साथ ही, पूरे राज्य में लोगों की मुक्त आवाजाही भी बहाल कर दी गई। यह निर्णय केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद लिया गया। मुख्य सचिव पीके सिंह ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा कि ये बसें केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की सुरक्षा में संचालित होंगी। उन्होंने इसे जनता की असुविधा दूर करने और राज्य में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में एक कदम बताया। उन्होंने स्पष्ट किया है कि बस सेवाओं में बाधा डालने वालों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।