MUKESH KUMAR
रांची : ओडिशा पुलिस ने रांची में सिम बॉक्स रैकेट का खुलासा किया है. रांची के मौलाना आज़ाद कॉलिनी के रोड नंबर 15 में ओडिशा पुलिस और रांची पुलिस ने छापेमारी की है. इस छापेमारी में आठ सिम Aबॉक्स बरामद किये गए है. जिसमें करीब 800 सिम कार्ड लगते थे. इस पुरे सिंडिकेट में एक बांग्लादेशी युवक की भी संलिप्तता बताई जा रही है. पुलिस अब इस पुरे सिंडिकेट पर जल्द बड़ा खुलासा कर सकती है.
बता दें कि 16 अगस्त को ओडिशा में राजू मंडल की गिरफ़्तारी हुई थी. पूछताछ के बाद रांची में सिम बॉक्स सेंटर संचालित करने की पुष्टि हुई. जिसके बाद टीम झारखंड पहुंची और मौलाना आज़ाद कॉलोनी के रोड नंबर 15 में छापेमारी करने पहुंची, जहां घर में ताला बंद मिला. जिसके बाद ताला तोड़ कर छापेमारी कर की गयी है.
नामकुम थाना क्षेत्र के ओड़ीसा की टीम पुलिस पहुंची हुई है और कुछ मीडिया कर्मी भी हैं। बताया जा रहा है कि ओड़ीसा के किसी क्षेत्र में सिम बॉक्स जो कन्वर्ट करता है, बातों का आदान दान प्रदान करता है। वहां से हजारों सिम कार्ड का अदला बदली का मामला प्रकाश में आया है। इस संबंध में पूरी टीम मौलाना आजाद कॉलोनी के नजदीक पहुंची हुई है । जहां पर छापेमारी कर रही है। इसमें ओड़ीसा में और रांची में भी किसी को हिरासत में लिए जाने की बातें सामने आ रही है। लेकिन अभी इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है। बताया जा रहा है कि एक बहुत लंबा रैकेट है जो साइबर ठगी और दूसरे देशों के संपर्क में है। पुलिस इसकी जांच पड़ताल कर रही है। कोई भी वरीय पुलिस पदाधिकारी उस पर कुछ बोलने को अभी तैयार नहीं हैं, कुछ लोग इसे टेरर फंडिंग से भी देख रहे हैं। पूरा मामला देश की सुरक्षा से संबंधित दृष्टिकोण से देखा जा रहा है मामला खुलासा होने के बाद ही सच्चाई सामने आ सकेगी।
उड़ीसा के भुवनेश्वर और कटक में मिले सिम box की पड़ताल को भी लेकर उड़ीसा की टीम झारखंड की राजधानी रांची पहुंची है। रांची के नामकुम थाना क्षेत्र के मौलान आजाद कॉलोनी में टीम पहुंच एक मकान की तलाशी ले रही है उड़ीसा पुलिस रांची पुलिस भी मौजूद है।टीम को जांच में 08 सिम बॉक्स मिले है जिसकी जांच की जा रही है। बता दें कि एक बॉक्स में 256 सिम लगे होते है और उसका इस्तेमाल साइबर अपराधी, आतंकवादी संगठन और ड्रग्स के धंधे में ज्यादा होता है। इस सिम बांस की खासियत होती है कि इसके जरिए किए गए कॉल के लोकेशन का पता लगाना आसान नहीं होता सायबर सेल की टीम को इसमें खासी मशक्कत करनी पड़ती है।
क्या होता है सिम बॉक्स
सिम बॉक्स में कई सिम एक साथ लगे रहते है। किसी कॉल को डायवर्ट करने में होता है। इसके इस्तेमाल कॉल को डायवर्ट करने के लिए किया जाता है। वही इसके साथ ही ब्लॉक मैसेज में भी इसका इस्तेमाल किया जाता है। साइबर अपराधियों के द्वारा इसका इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जाता है। वही अवैध कॉल सेंटर में भी होता है सिम बॉक्स का इस्तेमाल, इसके जरिए इंटरनेशनल काल को नेशनल किया जाता है। वही आतंकवादी संगठन और ड्रग्स माफिया भी इसका इस्तेमाल करते है।
रांची में वर्ष 2018 में ऐसे ही एक सिम बॉक्स को कांटाटोली चौक के समीप पुलिस ने जब्त किया था।