अशोक वर्मा
मोतिहारी/पूर्वी चंपारण: अखंड भारत एकता परिषद, पूर्वी चंपारण के तत्वावधान में शनिवार को शहर के एक आवासीय होटल में महान स्वतंत्रता सेनानी रामदयाल प्रसाद साह एवं साह परिवार के सामाजिक योगदान” विषयक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि चंपारण सत्याग्रह आंदोलन की सफलता और मोतिहारी के सर्वांगीण विकास में साह परिवार का योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के स्वागत से हुई। स्वतंत्रता सेनानी रामदयाल प्रसाद साह के प्रपौत्र डॉ. चंदन जायसवाल ने अंगवस्त्र और पुष्पगुच्छ भेंट कर अतिथियों का सम्मान किया। उन्होंने 141 पृष्ठों का पावर प्वाइंट प्रेजेंटेशन प्रस्तुत किया, जिसमें महात्मा गांधी को चंपारण लाने से लेकर सत्याग्रह आंदोलन एवं आजाद देश के नवनिर्माण में साह परिवार की अग्रणी भूमिका का विस्तृत उल्लेख था। साथ ही, मोतिहारी के शैक्षणिक, धार्मिक और सामाजिक विकास में उनके योगदान को रेखांकित किया गया। महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी के समाज विज्ञान संकाय के डीन प्रो. सुनील महावर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि “रामदयाल प्रसाद साह ने न केवल मोतिहारी के शैक्षणिक व सामाजिक वातावरण को मजबूत बनाया, बल्कि महात्मा गांधी को चंपारण लाने और सत्याग्रह आंदोलन को सफलता दिलाने में भी उनकी अहम भूमिका रही है। चंपारण आंदोलन ने ही देश को आजादी दिलाने का रास्ता दिखाया।” गांधी टावर पटना के उपनिदेशक ललित कुमार सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे। उन्होंने कहा कि “जहां भी राजकुमार शुक्ल का उल्लेख होगा, वहां रामदयाल प्रसाद साह का नाम भी अवश्य दर्ज होना चाहिए। उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम में शामिल कराने की दिशा में प्रयास किया जाएगा। साथ ही, साह परिवार के स्वतंत्रता सेनानियों की याद में एक संग्रहालय बनाया जाना चाहिए।” उन्होंने यह भी घोषणा की कि रामदयाल प्रसाद साह की जीवनी को गांधी टावर, पटना में लगाया जाएगा और महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय में उनके नाम पर गोल्ड मेडल प्रतियोगिता आयोजित कराने का सुझाव दिया।
धर्मनिरपेक्षता और सर्वधर्म समभाव पर जोर
गांधी शांति अध्ययन विभागाध्यक्ष प्रो. युगल किशोर दधीच ने कहा कि रामदयाल प्रसाद साह सर्वधर्म समभाव और धर्मनिरपेक्षता के प्रबल समर्थक थे। उन्होंने ईश्वर और अल्लाह को एक मानते हुए मंदिर, मस्जिद, ईदगाह, विद्यालय, पोखरा और रेडक्रॉस कॉलेज जैसी सार्वजनिक संस्थाओं के लिए अपनी भूमि दान की। यह उनके समाज कल्याण और भाईचारे की भावना का प्रतीक है। कार्यक्रम की अध्यक्षता वरिष्ठ पत्रकार एवं गांधी संग्रहालय मोतिहारी के उपाध्यक्ष चंद्रभूषण पांडेय ने की। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी रामदयाल प्रसाद साह की स्मृति हमें महात्मा गांधी के आदर्शों पर चलने और समाज में सौहार्द कायम रखने की प्रेरणा देती है। स्वतंत्रता सेनानी उतराधिकारी परिवार समिति के प्रदेश महासचिव अशोक कुमार वर्मा ने कहा कि जिस देश के लोग सेनानी एवं शहीदो को सम्मान देते है वह देश उन्नति को प्राप्त होता है।सम्बोधित करने वालो मे श्रीकिशोर पाण्डेय,डाक्टर प्रमोद स्टीफन,पूर्व प्राचार्य विनय कुमार वर्मा, संजय सत्यार्थी, अधिवक्ता रूप नारायण, अधिवक्ता मोइनुल हक और साह परिवार के सुरेंद्र प्रसाद आदि थे।वक्ताओ ने विचार व्यक्त करते साह परिवार की देशभक्ति तथा त्याग को याद किया।
संपूर्ण कार्यक्रम का संचालन समाजसेवी एवं जिला उपभोक्ता काउंसिल के सदस्य अज़हर हुसैन अंसारी ने किया। स्वागत भाषण प्रो. मदन प्रसाद ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन रविंद्र नाथ सिंह ने किया।सभी अतिथियो को आयोजक चंदन कुमार ने मोमेंटो और सम्मान का चादर भेट किया।