साइबर सिक्योरिटी और मीडिया लिटरेसी पर सेशन
sunil Verma
रांची : मिसइनफॉरमेशन और डीपफेक के प्रसार से होने वाले सामाजिक परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए, साइबर पीस ने Google. org के सहयोग से ‘फाइटिंग मिसइनफॉरमेशन एंड डीप फेक्स: मीडिया लिटरेसी सेशन फॉर फर्स्ट रिस्पांडर्स और मिथबस्टर पर करम टोली स्थित प्रेस क्लब में शनिवार को एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन किया गया। शुरूआती दौर में साइबर पीस के साइबर एक्सपर्ट ने मीडिया प्रतिनिधियों कोAl, मिसइनफॉरमेशन और डीपफेक के बारे में जानकारी प्रदान की। उन्होंने डीपफेक की प्रक्रिया को उदाहरणों के साथ बताया और बताया कि कैसे बैड एक्टर्स इसे अपने लाभ के लिए उपयोग करते हैं। साथ ही, उन्होंने मीडिया को इसे पहचानने और उसके खिलाफ सावधान रहने के लिए टूल्स का उपयोग करने के तरीके बताए। वहां उपस्थित लोगों को मिसइनफॉरमेशन ओर डीपफेक को पहचानने में मददगार टूल्स की जानकारी साइबरपीस के फाउंडर और ग्लोबल प्रेसिडेंट विनीत कुमार ने अपनी एक्सपर्ट्स की टीम के साथ भी दी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Al), और Al व साइबर सुरक्षा के बीच का संबंध अभूतपूर्व अवसर और चुनौतियों पर चर्चा हुई। वही विनीत कुमार ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, आज के समय मैं आई को बहुत बड़े इनेबलर के रूप में देखा जा रहा है। आज के समय में आई का काफी हद तक मिसयूज हो रहा है जिनमें सबसे बड़ा उदाहरण है डीपफेक। पिछले कुछ समय में हमने हर तबके के लोगों के ऊपर या उनकी वीडियो को डीपफेक के द्वारा बदलकर उसका गलत इस्तेमाल करते हुए है। इस मुहिम को शुरू करने के पीछे हमारी योजना है कि लोगों को ट्रेन करके फर्स्ट रिस्पांडर बनाएं और लोगों को जाकर जागरुक कर उन्हें साइबर रेसिलियंट बनाएं।
उन्होंने हाल फिलहाल में आए हुए डीपफेक के कई सारे उदाहरण देते हुए कहा, कई बार आपसे कुछ तस्वीर मांगी जाती हैं जिनको डीपफेक की मदद से गलत तरीके से मॉर्फ किया जाता है और लोगों को ब्लैकमेल किया जाता है। हमने ऐसे कई सारे केसेस हमारे हेल्पलाइन में देखे हैं जहां की सरवाइवर्स हमारे पास कंप्लेंट्स लेकर आते हैं। साथ ही ऐसी कई मुद्दों पर हमारी रिसर्च टीम रिसर्च करके पेपर्स भी रिलीज कर रही है। हम यह भी चाहते हैं कि जो अपने यहां आज सुना और सीखा उसे आप दूसरों तक पहुंचाएं और दूसरों को और लोगों को जागरूक करें। विनीत कुमार ने मीडिया को आईटी रूल्स 2021, ग्रीवेंस अपेलेट कमिटी, डिजिटल पर्सनल डाटा प्रोटक्शन एक्ट 2023 के बारे में और उससे मिलने वाले सहयोग की जानकारी दी। इस वर्कशॉप में, नवीनतम तकनीकों और गतिविधियों के साथ-साथ, Al संचालित गलत सूचना के प्रभाव पर भी चर्चा हुई। मुख्य प्रस्तुतियों के अलावा, इंटरैक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र भी आयोजित किया।