दिल्ली आबकारी नीति मामले की आंच अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक पहुंच चुकी है. सीबीआई ने 16 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल को पेश होने को कहा है. उनसे आबकारी नीति मामले को लेकर पूछताछ होनी है. पूछताछ से पहले अरविंद केजरीवाल ने आज यानी 15 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस किया.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए अरविंद केजरीवाल ने आज मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने ईडी पर आरोप लगाते हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि ईडी के मुताबिक मनीष एवीडेंस नष्ट करने के आरोपी हैं. ईडी ने आरोप में ये कोर्ट में लिखित दिया है कि मनीष ने 14 फोन नष्ट किए हैं. जबकि संजय सिंह का आरोप है कि उस 14 में से 4 सेल फोन ईडी के पास हैं और एक फोन सीबीआई ने जब्त किया है. ये फोन के IMEI नंबर दोनों एजेंसियों के शिजर लिस्ट में भी है.
अरविंद केजरिवाल ने 14 फोन नष्ट करने के मामले को लेकर वही कहा जो आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने बीते कल अपने पीसी के दौरान कहा था. कल आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह व आज दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरिवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी कि वो पांच फोन के अलावा बाकी फोन चालू हालत में हैं और ये बात केंद्रिय एजेंसियों को भी पता है.
उन्होंने 5 नाम भी गिनाए जिसे ईडी ने इस मामले में पकड़ा और टॉर्चर किया, मानसिक रूप से प्रताड़ित किया और थर्ड डिग्री तक का इस्तेमाल किया ताकि उन लोगों से जबरन आम आदमी पार्टी के नेताओं का नाम बुलवाया जा सके. इस कॉन्फ्रेंस में केजरीवाल ने केंद्र सरकार से सवाल किया. उन्होंने सरकार से पूछा कि आरोप जब 100 करोड़ रुपए के घूस का लगा है तो 400 से अधिक जगहों पर रेड डालने के बाद भी सरकार को कितने पैसे मिले.
केजरीवाल ने कहा कि भाजपा कहती है कि उस पैसे का इस्तेमाल हमने गोवा के चुनाव में खर्च किए. भाजपा सरकार ने गोवा के वेड़ंरस् को अरेस्ट किया लेकिन वहां भी कुछ हाथ नहीं लगा क्योंकि सारे पेमेंट चेक के जरिए किए गए थे. इसके बाद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री को सिर से पैर तक भ्रष्टाचार में डूबा हुआ बताया. कल के समन को लेकर केजरीवाल कहते हैं कि सतेंद्र जैन और मनीष सिसोदिया के रास्ते भाजपा सरकार उनके गर्दन तक पहुंचना चाहती है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद एक पत्रकार के सवाल पर उन्होंने जवाब देते हुए कहा कि कल से ही भाजपा के प्रवक्ता ये बयान दे रहे हैं कि अरविंद केजरीवाल गिरफ्तार होंगे. अब जब सीबीआई को भाजपा से ऑर्डर मिल गया है तो भला वो कैसे नहीं मानेंगे.
वहीं, केजरीवाल की पीसी से एक दिन पहले यानी 14 अप्रैल को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस किया था. उस दौरान उन्होंने मोदी सरकार के इस कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि अगर मोदी सरकार उन लोगों को जेल में रखना चाहती है. तो खुलेआम एक मंच लगाकर जहर की पुड़िया बांटना शुरू कर दें. अगर मोदी सरकार उन लोगों को नहीं देखना चाहती है तो सतैंद्र जैन, मनीष सिसोदिया, अरविंद केजरीवाल और मुझे. सभी को सरकार जहर की पुड़िया दे दे. या सड़क पर खड़ा कर गोली मरवा दें.
विपक्ष के नेता, मोदी सरकार पर लगातार ये आरोप लगाते हैं कि मोदी सरकार विपक्ष को खत्म करना चाहती है. इसलिए 2024 लोकसभा चुनाव से पहले विपक्ष के बड़े नेताओं पर ईडी और सीबीआई के द्वारा दबाव बनाया जा रहा है ताकि 2024 का लोकसभा चुनाव भाजपा के लिए आसान हो जाए.
मनीष सिसोदिया इस मामले में पहले ही जेल जा चुके हैं. उनकी गिरफ्तारी 26 फरवरी को हुई थी. उन पर आरोप है कि आबकारी नीति को लागू करने और इस नीति के मदद से करोड़ों का घोटाला हुआ है. और अब इसी मामले में दिल्ली के मुख्यमंत्री को CBI ने समन जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया है.