मतदाता सूची की पवित्रता की रक्षा के लिए कांग्रेस पूर्णतः प्रतिबद्ध : खरगे

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को यहां पार्टी मुख्यालय में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया से गुजर रहे 12 राज्यों के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में कांग्रेस के महासचिव, संबंधित राज्यों के प्रभारी, प्रदेश अध्यक्ष, विधानमंडल दल के नेता और राष्ट्रीय सचिव शामिल हुए। बैठक के बाद खरगे ने एक्स पोस्ट में कहा कि कांग्रेस मतदाता सूची की पवित्रता की रक्षा के लिए पूर्णतः प्रतिबद्ध है। जब लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का भरोसा कमजोर हो रहा है, ऐसे समय में एसआईआर प्रक्रिया के दौरान चुनाव आयोग का रवैया अत्यंत निराशाजनक रहा है। चुनाव आयोग को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह किसी राजनीतिक दबाव में तो काम नहीं कर रहा है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया कि वह एसआईआर प्रक्रिया को वोट चोरी के साधन के रूप में इस्तेमाल करने का प्रयास कर रही है। इस पर चुनाव आयोग को आंखें नहीं मूंदे रहना चाहिए। खरगे ने कहा कि पार्टी के कार्यकर्ता, बूथ स्तर अधिकारी तथा जिला, शहर एवं ब्लॉक अध्यक्ष पूर्ण सतर्कता के साथ हर गतिविधि पर नजर रखेंगे। वास्तविक मतदाताओं के नाम हटाने या फर्जी नाम जोड़ने की किसी भी कोशिश को बेनकाब किया जाएगा। खरगे ने दोहराया कि कांग्रेस किसी भी संस्था के दुरुपयोग से लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर नहीं होने देगी।

एसआईआर के खिलाफ कांग्रेस दिल्ली के रामलीला मैदान में करेगी रैली : कांग्रेस देश के 12 राज्यों में मतदाता सूची के विशेष सघन पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया के विरोध में दिसंबर के पहले सप्ताह में दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली आयोजित करेगी। पार्टी की मंगलवार को हुई उच्चस्तरीय बैठक में इसका निर्णय लिया गया। कांग्रेस ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल पर महासचिव केसी वेणुगोपाल का वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने पार्टी के शीर्ष नेताओं द्वारा 12 राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष, विधानमंडल दल के नेताओं, महासचिवों और वरिष्ठ नेताओं के साथ एसआईआर प्रक्रिया की समीक्षा की जानकारी दी। वेणुगोपाल ने कहा कि चुनाव आयोग जानबूझकर समाज के कुछ वर्गों के वोट हटाने की कोशिश कर रहा है। उनका आरोप है कि एसआईआर का डिजाइन ही चुनिंदा वोटरों को टारगेट कर उनके नाम हटाने के लिए तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि असम के लिए अलग तरह का विशेष पुनरीक्षण लागू करना चुनाव आयोग की लोकतंत्र को कमजोर करने की साजिश है। उन्होंने केरल का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 9 दिसंबर को स्थानीय निकाय चुनाव का पहला चरण होना है लेकिन उसी दिन बीएलओ को अंतिम सूची जमा करने का निर्देश दिया गया है। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने भी एक वीडियो संदेश में कहा कि बिहार में हुए विशेष पुनरीक्षण की तरह ही बाकी राज्यों में भी टारगेट कर वोट काटे जा रहे हैं। कांग्रेस शुरुआत से ही एसआईआर की खामियों को उजागर करती रही है, बिहार चुनाव से पहले ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली गई थी और सुप्रीम कोर्ट के पांच आदेशों ने भी चुनाव आयोग की मंशा पर सवाल उठाए थे। खेड़ा ने कहा कि कांग्रेस ने देशभर में ‘हस्ताक्षर अभियान’ चलाया, जिसमें पांच करोड़ हस्ताक्षर इकट्ठा हुए। यदि वोटर के अधिकार पर चोट की जाएगी, तो कांग्रेस आवाज उठाती रहेगी।

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