Eksandeshlive Desk
पुटकी: बीसीसीएल की पश्चिमी झरिया क्षेत्र स्थित मुनीडीह कोल वाशरी के मुख्य द्वार पर गुरुवार से एटक (AITUC) से जुड़ी यूनियनों के नेतृत्व में 540 असंगठित मजदूरों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। मजदूरों की मुख्य मांग है — स्लरी लोडिंग व्यवस्था को पुनः बहाल कर उन्हें रोजगार उपलब्ध कराया जाए।
सुबह से ही मजदूरों और यूनियन प्रतिनिधियों ने मुख्य द्वार पर डेरा डाल रखा है। एटक के क्षेत्रीय सचिव राज कुमार पांडेय और वाशरी शाखा सचिव शंकर गोराईं ने बताया कि 16 जून को असंगठित मजदूरों के समर्थन में आंदोलन किया गया था, जिसके बाद धनबाद सांसद ढुलू महतो के हस्तक्षेप से मजदूरों की मजदूरी 200 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 400 रुपये प्रति टन की गई थी।
हालांकि, यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि जुलाई माह से वाशरी प्रबंधन ने साजिश के तहत स्लरी डीओ धारकों को घटिया गुणवत्ता का स्लरी (वाशरी ग्रेड-2) देना शुरू कर दिया, जिससे डीओ धारकों ने स्लरी उठाव बंद कर दिया। परिणामस्वरूप स्लरी लोडिंग कार्य ठप हो गया और 540 मजदूरों के सामने भुखमरी की स्थिति उत्पन्न हो गई।
नेताओं ने यह भी आरोप लगाया कि वाशरी प्रबंधन अच्छी क्वालिटी का स्लरी जानबूझकर दामोदर नदी में बहा रहा है, जो न केवल संसाधनों की बर्बादी है बल्कि पर्यावरण के लिए भी खतरा है।
हड़ताल का नेतृत्व शाखा अध्यक्ष हैदर अली, रोहित सिंह, दया शंकर सिंह, महेंद्र सिंह, दिनेश सिंह, शक्ति पाठक, सूर्य नारायण सिंह, पंकज सिंह और मुकेश कुमार सिंह कर रहे हैं।
इस संबंध में वाशरी प्रबंधन के प्रोजेक्ट ऑफिसर राजेंद्र पासवान ने दूरभाष पर बताया कि “हड़ताल को लेकर मुख्यालय में बैठक जारी है, जल्द ही समाधान की दिशा में निर्णय लिया जाएगा।”
मुनीडीह वाशरी के बाहर मजदूरों का हल्ला बोल, रोजगार की मांग पर हड़ताल जारी।एटक यूनियनों का आरोप — प्रबंधन की टालमटोल नीति मजदूरों को भूखमरी की ओर धकेल रही है।