Ashutosh Jha
काठमांडू। नेपाल सरकार के दस प्रमुख मंत्रालयों और विभागों का प्रतिनिधित्व करने वाले छब्बीस नेपाली राजनयिकों और अधिकारियों का एक प्रतिनिधिमंडल, सुषमा स्वराज विदेश सेवा संस्थान (एसएसआईएफएस), विदेश मंत्रालय, नई दिल्ली में आयोजित नेपाली राजनयिकों और अधिकारियों के लिए पहले विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लेने के लिए भारत का दौरा किया। नेपाली राजनयिकों और अधिकारियों के समूह में विदेश मंत्रालय; वित्त मंत्रालय; उद्योग, वाणिज्य और आपूर्ति मंत्रालय; कानून, न्याय और संसदीय कार्य मंत्रालय; संघीय मामले और सामान्य प्रशासन मंत्रालय; संस्कृति, पर्यटन और नागरिक उड्डयन मंत्रालय; शहरी विकास मंत्रालय; कृषि और पशुधन विकास मंत्रालय; भौतिक अवसंरचना और परिवहन मंत्रालय; और रेलवे विभाग के प्रतिभागी शामिल थे।
प्रशिक्षण में वैश्विक भू-राजनीतिक और भू-आर्थिक मुद्दों, आर्थिक कूटनीति (व्यापार, प्रतिभा, पर्यटन, संपर्क और विकास साझेदारी), भारत-नेपाल संबंध, हमारी साझा सांस्कृतिक विरासत और डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना तथा सभी के लिए जिम्मेदाराना नीति सहित कई विषयों को शामिल किया गया। प्रशिक्षण में राष्ट्रपति भवन, दक्षिण – ग्लोबल साउथ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस, भारत के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण और प्रधानमंत्री संग्रहालय के क्षेत्रीय दौरे भी शामिल थे। वाराणसी, सारनाथ और अयोध्या की सांस्कृतिक और पर्यटन यात्राएं भी पाठ्यक्रम का हिस्सा थीं। कार्यक्रम के समापन पर, उन्हें भारत के विदेश सचिव के साथ बातचीत करने का अवसर मिला।
नेपाल में भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव ने शुक्रवार को 26 नेपाली राजनयिकों और अधिकारियों के साथ एक संवाद और डीब्रीफिंग सत्र की मेजबानी की। सत्र के दौरान, राजदूत ने प्रतिभागियों से बातचीत की और इस बारे में उनकी राय जानी कि भारत भविष्य में अधिक लक्षित और उपयोगी पाठ्यक्रम तैयार करने में किस तरह सहायता कर सकता है। नेपाली राजनयिकों और अधिकारियों के लिए पहला विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम भारत और नेपाल के बीच संस्थागत आदान-प्रदान को मजबूत करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है और हमारे घनिष्ठ द्विपक्षीय संबंधों पर प्रकाश डालता है।