नेक नागरिक बनकर घायलों को इंसानियत के नाते मदद करे : संजय बर्म्मन

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Eksandesh Desk

लोहरदगा: सड़क सुरक्षा माह कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा जिले के अलग-अलग स्थानों में गुडसेमेरिटन के बारे आम जनों को विस्तृत रूप से जानकारी दी गई। डीआरएसएम अमृतेश्वर गिरी, आरइए कृष्ण कुमार गुप्ता व समिति सदस्य संजय बर्म्मन ने इस योजना के बारे आम जनों से साझा करते हुए बताया कि इस योजना के तहत कोई इंसान सड़क में वाहन से दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर कोई नेक नागरिक घायल व्यक्ति को एक घंटे के अंदर जिसे गोल्डन आवर कहा जाता है। अस्पताल पहुंचा देता है तो उसकी मृत्यु की संभावना कम हो जाती है तथा उस एक नागरिक को 5000/ का सम्मान राशि और दो या उससे ज्यादा नेक नागरिक होने पर राशि बांट दी जाती है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा प्रशस्ति पत्र भी दिया जाता है। यहां राशि महत्वपूर्ण नहीं है जितना की इंसानियत।यह भी बताया गया कि मोटरयान अधिनियम 1988 की धारा 134 ए के तहत नेक नागरिक से अस्पताल या पुलिस द्वारा कोई भी पूछताछ नहीं होगी,साथ ही साथ कोर्ट कचहरी जाने को कोई बाध्य नहीं कर सकता।वहीं कुछ असंवेदनशील इंसानों द्वारा दुर्घटना के समय वीडियो तो जरूर बनाते हैं पर अस्पताल पहुंचाने की चिंता नहीं करते जो कि मानवता को शर्मसार करती है।आईटी अस्सिटेंट दुलार कुजूर ने बताया कि आपातकालीन सेवा वाहनों को पहले जाने का रास्ता देना,दो से ज्यादा बाइक में नहीं बैठना,दौड़कर सड़क क्रॉस ना करना,बांई ओर सदैव चलना, हेलमेट व सीट बेल्ट पहनना,किसी भी प्रकार का नशा कर वाहन न चलाना,अधिकृत ड्राइविंग उम्र होने पर ही वाहन चलाना,गति पर नियंत्रण रखना,रफ ड्राइविंग नहीं करना तथा नेक नागरिक बनकर घायलों को इंसानियत के नाते मदद करने की अपील की गई।