आशुतोष झा
काठमांडू: भारत के विद्युत, आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री मनोहर लाल खट्टर दो दिवसीय नेपाल यात्रा सम्पन्न कर आज स्वदेश लौट गए हैं। ऊर्जा, जलस्रोत तथा सिंचाई मंत्री दीपक खड्का के निमंत्रण पर काठमांडू आए मंत्री खट्टर की इस यात्रा ने नेपाल-भारत के बीच ऊर्जा सहयोग को एक नई दिशा और गति प्रदान की है। नेपाल में उत्पादित विद्युत के निर्यात हेतु भारत के साथ अंतरदेशीय ट्रांसमिशन लाइन निर्माण के लिए हुए द्विपक्षीय समझौते ने नेपाल को समृद्धि की ओर ले जाने का मार्ग प्रशस्त किया है। ट्रांसमिशन लाइन के अभाव में नेपाल में उत्पादित बिजली के व्यर्थ जाने की चिंता के बीच भारत के साथ 400 केवी क्षमता की 310 किलोमीटर लंबी अंतरदेशीय ट्रांसमिशन लाइन निर्माण के लिए समझौता एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, इनरुवा-न्यू पूर्णिया ट्रांसमिशन लाइन में नेपाल की ओर 25 किलोमीटर और भारत की ओर 100 किलोमीटर दूरी होगी, जबकि दोदोधारा–बरेली लाइन नेपाल में लगभग 35 किलोमीटर और भारत में 150 किलोमीटर लंबी होगी। यह संरचना दोनों देशों के बीच विद्युत व्यापार को सहज और भरोसेमंद बनाएगी। समझौते के अनुसार, पूर्वी नेपाल में उत्पादित बिजली इनरुवा-न्यू पूर्णिया लाइन के माध्यम से भारत होते हुए बांग्लादेश तक भेजी जा सकेगी। इसी तरह, दोदोधारा–बरेली लाइन निर्माण के बाद पश्चिमी नेपाल में उत्पादित बिजली भी भारत व अन्य तीसरे देशों को निर्यात करना आसान होगा। समझदारी पत्र हस्ताक्षर समारोह में ऊर्जा मंत्री दीपक खड्का ने इन ट्रांसमिशन लाइनों को केवल संरचना न मानकर, इसे दोनों देशों के बीच आपसी विश्वास और दीर्घकालीन विकास की साझा यात्रा बताया। उन्होंने कहा, “हमने वर्ष 2035 तक 28,500 मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य रखा है। भारत के समकक्ष मंत्री खट्टरजी की यह यात्रा इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु आवश्यक संरचना और सहयोग को मजबूती देगी। भारतीय मंत्री खट्टर ने भी इस अवसर पर कहा कि नेपाल के ऊर्जा क्षेत्र में हुई प्रगति भारत के लिए भी अत्यंत महत्वपूर्ण है, और अंतरदेशीय ट्रांसमिशन लाइन के लिए हुए समझौते से खुशी हुई है। उन्होंने गोरखपुर–बुटवल ट्रांसमिशन लाइन के निर्माण की शुरुआत को द्विपक्षीय ऊर्जा सुरक्षा की दिशा में मजबूत कदम बताया और यह भी कहा कि नेपाल से भारत होते हुए बांग्लादेश तक बिजली निर्यात एक ऐतिहासिक उपलब्धि है। अपनी यात्रा के दौरान मंत्री खट्टर ने ऊर्जा मंत्री दीपक खड्का के साथ संखुवासभा स्थित अरुण तृतीय जलविद्युत परियोजना का स्थल निरीक्षण किया। दोनों मंत्रियों ने पावर हाउस और डैम क्षेत्र का जायजा लिया और निर्माण कंपनी से प्रगति की जानकारी ली। इस दौरान उन्होंने यूनिट–2 का संयुक्त उद्घाटन किया और पावर हाउस के पास वृक्षारोपण भी किया। इसके अतिरिक्त मंत्री खट्टर ने पशुपतिनाथ मंदिर और मुक्तिनाथ मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना भी की। मुक्तिनाथ यात्रा में उनके साथ ऊर्जा मंत्री दीपक खड्का और नेपाल स्थित भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव भी शामिल थे।यात्रा के दौरान मंत्री खट्टर ने नेपाल के प्रधानमंत्री व नेकपा (एमाले) अध्यक्ष केपी शर्मा ओली तथा उप-प्रधान एवं शहरी विकास मंत्री प्रकाशमान सिंह से शिष्टाचार भेंट भी की।