Ashutosh Jha
काठमांडू : इस वर्ष 11वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है, जिसका विषय है “एक पृथ्वी, एक स्वास्थ्य के लिए योग”, जो इस महत्वपूर्ण सत्य को प्रतिध्वनित करता है कि व्यक्तिगत स्वास्थ्य और ग्रहीय (planetary) स्वास्थ्य अविभाज्य रूप से जुड़े हुए हैं। योग शरीर को मजबूत बनाता है, मन को शांत करता है और दैनिक जीवन में जागरूकता और जिम्मेदारी की भावना को बढ़ाता है। यह जागरूकता व्यक्ति को स्वस्थ और सुखद जीवन शैली चुनने की अनुमति देता है। खुद की देखभाल करने के साथ हम हमारे आस-पास के परिवेश सहित समस्त पृथ्वी और संसार की भी देखभाल करना शुरू कर देते हैं, जो वसुधैव कुटुम्बकम अर्थात दुनिया एक परिवार है, की हमारी पारंपरिक नीति को दर्शाता है। पिछले वर्षों की तरह, भारतीय महावाणिज्य दूतावास विभिन्न स्थानीय प्राधिकारियों और संगठनों के साथ मिलकर विभिन्न स्थानों पर योग कार्यक्रम आयोजित करेगा। पिपरा भलोहिया(श्री दुर्गा भगवती गाँवपालिका, रौतहट जिला) और गढ़ीमाई में होने वाले योग समारोह श्री दुर्गा भगवती गाँवपालिका और गढ़ीमाई नगरपालिका की सक्रिय भागीदारी में आयोजित किए जा रहे हैं। सभी कार्यक्रमों में वरिष्ठ गणमान्य व्यक्तियों के शामिल होने की उम्मीद है।
बीरगंज में भी 21 जून 2025 को प्रतिष्ठित शंकराचार्य गेट पर कार्यक्रम आयोजित किया जाना है, जिसे नेपाल के प्रवेश द्वार के रूप में जाना जाता है। ये कार्यक्रम निःशुल्क होंगे और सभी के लिए खुले रहेंगे। पहले आओ पहले पाओ के आधार पर जगह उपलब्ध कराई जाएगी। संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसंबर 2014 को एक प्रस्ताव पारित करके 21 जून को विश्वभर में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की थी। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना के लिए मसौदा प्रस्ताव भारत द्वारा प्रस्तावित किया गया था और नेपाल सहित रिकॉर्ड 177 सदस्य देशों ने इसका समर्थन किया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में भारत के प्रधानमंत्री श्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने प्रस्ताव को प्रस्तुत करते हुए कहा था: “योग मन और शरीर की एकता, विचार और क्रिया, संयम और पूर्णता, मनुष्य और प्रकृति के बीच सामंजस्य, स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं है, अपितु यह स्वयं का, दुनिया और प्रकृति के साथ एकता की भावना की खोज करने का एक तरीका है। अपनी जीवनशैली में बदलाव लाकर और चेतना पैदा करके, यह हमें जलवायु परिवर्तन से निपटने में भी मदद कर सकता है।”अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का उद्देश्य योग अभ्यास के अनेक लाभों के बारे में दुनिया भर में जागरूकता बढ़ाना है। ‘योग’ शब्द संस्कृत से लिया गया है और इसका अर्थ है जुड़ना या एकजुट होना, जो शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक है। योग अनिवार्य रूप से एक आध्यात्मिक अनुशासन या प्रक्रिया है जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य लाने पर केंद्रित है। योग में विभिन्न आसन और श्वास तकनीक तथा ध्यान के माध्यम से मन को प्रशिक्षित करने की कई तकनीकिया शामिल हैं। योग के निरंतर अभ्यास से मनुष्य शारीरिक और मानसिक दोनों रूप से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त कर सकता है तथा आगे चलकर आत्म-साक्षात्कार प्राप्त कर सकता है। अब तक अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 10 संस्करण सफलतापूर्वक आयोजित किए जा चुके हैं। अपने अपार स्वास्थ्य लाभों के कारण पिछले कुछ वर्षों में योग दुनियाभर में बहुत लोकप्रिय हो गया है।