आशुतोष झा
काठमांडू। नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दाहाल प्रचंड को शुक्रवार को संसद में विश्वास मत नहीं मिला और उनकी सरकार गिर गयी। प्रचंड के विश्वास मत के पक्ष में मात्र 63 सांसदों ने मत दिए जबकि विपक्ष में 194 मत पड़े। प्रतिनिधि सभा की बैठक में कुल 258 सांसद उपस्थित थे। एक सांसद ने मत विभाजन में भाग नहीं लिया। प्रचंड को नेकपा माओवादी केन्द्र, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी तथा एकीकृत समाजवादी के सांसदों ने मत दिया। नेपाली काँग्रेस, नेकपा (एमाले), राष्ट्रीय प्रजातंत्र पार्टी, जनता समाजवादी,नेपाल, जनता समाजवादी पार्टी, जनमत पार्टी,लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी तथा नागरिक उन्मुक्ति पार्टी ने विपक्ष में मत दिया।
संसद में दो बड़े दल नेपाली कांग्रेस तथा नेकपा (एमाले) के बीच गठबंधन सहित राष्ट्रीय सहमति की सरकार बनाने की सहमति होने के बाद अल्पमत में आए प्रचंड 18 महीने की अवधि में आज पांचवी बार विश्वास का मत प्राप्त करने को बाध्य हुए। पिछली बार उन्हें समर्थन देनेवाले नेकपा (एमाले) द्वारा समर्थन वापस लेने के बाद विश्वास मत पाने की विवशता आई।
बदली राजनीतिक परिस्थितियों में अब पूर्व प्रधानमंत्री के•पी• शर्मा ओली नयी सरकार की बागडोर संभालेंगे। ओली नेपाली कांग्रेस के सशक्त समर्थन से नए पीएम होंगे। राष्ट्रपति के समक्ष नयी सरकार के गठन का दावा ओली अब शीघ्र करेंगे।