Ashutosh Jha
काठमांडू : ऊर्जा, जलस्रोत एवं सिंचाई मंत्री दीपक खड़का ने कहा है कि नेपाल को स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा देकर न्यूनत कार्बन उत्सर्जन वाली अर्थव्यवस्था की ओर अग्रसर करने में नवीकरणीय ऊर्जा कार्यक्रम की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। वैकल्पिक ऊर्जा प्रवर्द्धन केंद्र (AEPC) द्वारा आयोजित नेपाल नवीकरणीय ऊर्जा कार्यक्रम (NREP) के सिकाइ आदान-प्रदान कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए उन्होंने कहा कि ऊर्जा प्रणाली को गुणवत्तापूर्ण, विश्वसनीय और सुलभ बनाने के उद्देश्य से नेपाल सरकार विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है।
नेपाल सरकार और ब्रिटेन सरकार के सहयोग से संचालित इस कार्यक्रम के तहत अब तक की उपलब्धियों की समीक्षा और आगामी रणनीतियों पर चर्चा की गई। नेपाल सरकार की ऊर्जा विकास रणनीति और नवीकरणीय ऊर्जा का विस्तार कार्यक्रम में मंत्री खड़का ने बताया कि नेपाल सरकार द्वारा हाल ही में स्वीकृत ऊर्जा विकास मार्गचित्र एवं कार्ययोजना 2081 के अनुसार वर्ष 2035 तक नेपाल की स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता 28,500 मेगावाट तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा, प्रति व्यक्ति वार्षिक विद्युत खपत को 1,500 यूनिट तक बढ़ाने और राष्ट्रीय ग्रिड से अछूते क्षेत्रों में ऑफ-ग्रिड सौर, पवन और लघु जलविद्युत परियोजनाओं के माध्यम से अगले दो वर्षों में 100% घरों तक बिजली पहुंचाने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा, “नेपाल द्वारा स्वच्छ ऊर्जा के प्रति की गई प्रतिबद्धताओं, द्वितीय राष्ट्रीय निर्धारित योगदान (NDC) लक्ष्य, 16वीं पंचवर्षीय योजना एवं दीर्घकालिक कार्बन न्यूनीकरण रणनीति (LTS) को सफल बनाने के लिए वित्तीय संसाधनों और तकनीक के प्रबंधन में विकास साझेदारों का सहयोग आवश्यक है।”
ऊर्जा दक्षता और नवीकरणीय ऊर्जा को कानूनी आधार देने के लिए नवीकरणीय ऊर्जा एवं ऊर्जा दक्षता विधेयक राष्ट्रीय सभा से पारित होकर वर्तमान में प्रतिनिधि सभा में विचाराधीन है। मंत्री खड़का ने जानकारी दी कि यह विधेयक वैकल्पिक ऊर्जा प्रवर्द्धन केंद्र (AEPC) को नए संरचनात्मक स्वरूप में ढालने में मदद करेगा।ब्रिटेन सरकार और अंतरराष्ट्रीय साझेदारों का योगदान सराहनीय कार्यक्रम में ब्रिटेन के राजदूत रॉब फेन, राष्ट्रीय योजना आयोग के सदस्य प्रा. डॉ. आर.पी. बिच्छा, ऊर्जा मंत्रालय के सचिव सुरेश आचार्य, मधेश प्रदेश नीति एवं योजना आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. सोहन प्रसाद साह, RECON के अध्यक्ष कुशल गुरुङ, DAI Global UK के वरिष्ठ निदेशक टिम समरानायके, NREP टीम लीडर सुमन बस्नेत, AEPC के उपकार्यकारी निदेशक डॉ. नारायण प्रसाद अधिकारी सहित अन्य विशिष्ट व्यक्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
ब्रिटेन सरकार द्वारा नेपाल में नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार के लिए किए गए निवेश एवं सहयोग की सराहना करते हुए मंत्री खड़का ने भविष्य में भी विकास साझेदारों के निरंतर सहयोग की अपेक्षा जताई। उन्होंने कहा, ” 2018 से शुरू होकर 2024 तक चलने वाला यह कार्यक्रम नवीकरणीय ऊर्जा विस्तार की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुआ है।” कार्यक्रम में वक्ताओं ने नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार में निजी क्षेत्र की भागीदारी को अपरिहार्य बताते हुए सस्टेनेबल एनर्जी चैलेंज फंड (Sustainable Energy Challenge Fund) जैसी योजनाओं को ऊर्जा क्षेत्र में वित्तीय स्थायित्व लाने में सहायक बताया। इस कार्यक्रम में नेपाल सरकार के उच्च पदाधिकारी, निजी क्षेत्र के प्रतिनिधि, अंतरराष्ट्रीय विकास साझेदार संस्थाओं के अधिकारी, ऊर्जा विशेषज्ञ और अन्य संबंधित हितधारकों की उल्लेखनीय उपस्थिति रही।