Eksandeshlive Desk
काठमांडू : नेपाल में पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश के कारण अब तक 49 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 11 लोग अभी भी लापता हैं। इनमें सिर्फ इलाम जिले में ही 38 लोगों की मौत होने की खबर है। काठमांडू सहित देश के अधिकांश इलाके में मौसम अब धीरे-धीरे सामान्य होता जा रहा है, पर पूर्वी क्षेत्र में अभी भी लगातार बारिश हो रही है। देश का दक्षिणी हिस्सा खासकर भारतीय सीमा से जुड़े कई शहर जलमग्न हो गया है। भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में भारी बारिश के कारण लोगों की जानमाल के नुकसान पर दुःख व्यक्त किया है। वहीं लगातार बारिश के कारण निलंबित घरेलू उड़ानें रविवार सुबह से त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से फिर से शुरू हो गई हैं। हवाई अड्डा प्रशासन के अनुसार उन मार्गों पर उड़ानें फिर से शुरू हो गई हैं, जहां मौसम की स्थिति में सुधार हुआ है।
कोशी बैराज पर यातायात रोका गया, बिहार में भी बाढ़ का खतरा बढ़ा : बैराज प्रशासन के ई. मनोज कुमार के मुताबिक कोशी नदी का पानी पुल की सड़क तक पहुंच गया है, जिसके बाद नेपाल और भारत के अधिकारियों की संयुक्त बैठक में यातायात रोकने का फैसला लिया गया है। लगातार तीसरे दिन हो रही बारिश के कारण कोशी नदी का जलस्तर एक्सट्रीम डेंजर लेवल के पार कर गया है। ई. मनोज कुमार ने बताया कि बराज के सभी 56 फाटक खोल दिए गए हैं। ताजा अपडेट के मुताबिक इस समय कोशी बैराज से 4 लाख 86 हजार क्यूसेक पानी प्रति सेकेंड के हिसाब से छोड़ा जा रहा है। इस कारण नेपाल के दक्षिणी तटीय इलाकों के साथ ही बिहार में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
नेपाल में प्राकृतिक आपदा पर प्रधानमंत्री मोदी ने सहायता की पेशकश रखी : भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल में भारी बारिश के कारण लोगों की जानमाल के नुकसान पर दुःख व्यक्त किया है। मोदी ने ‘एक्स’ पर लिखा, “नेपाल में भारी बारिश से लोगों की जानमाल का नुकसान चिंताजनक है। हम इस कठिन समय में नेपाल के लोगों और सरकार के साथ खड़े हैं। एक दोस्ताना पड़ोसी और पहले उत्तरदाता के रूप में भारत किसी भी सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है, जिसकी आवश्यकता हो सकती है। भारतीय प्रधानमंत्री का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब नेपाल लगातार मानसून की बारिश से उत्पन्न बाढ़ और भूस्खलन से जूझ रहा है, जिसके कारण दर्जनों मौतें हुई हैं और परिवहन और दैनिक जीवन में व्यापक व्यवधान आया है।