Eksandeshlive Desk
काठमांडू : नेपाल के तीन पूर्व प्रधानमंत्री तथा दो पूर्व मंत्रियों की आय से अधिक संपत्ति के मामले में जांच शुरू कर दी है। इस जांच के घेरे में पूर्व प्रधानमंत्री के पी शर्मा ओली, पूर्व प्रधानमंत्री शेरबहादुर देउबा एवं पूर्व प्रधानमंत्री पुष्पकमल दहल हैं। इसी तरह पूर्व विदेश मंत्री आरजू देउबा और पूर्व ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का के खिलाफ भी देशभर से साक्ष्य जुटाने का काम शुरू कर दिया गया है। सितंबर 8 और 9 को नेपाल में हुए जेन जी आंदोलन के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री तथा पूर्व मंत्रियों के घर से करोड़ों रुपए नकद मिलने और करोड़ों रुपये के जलाए जाने की घटना के बाद इसकी जांच शुरू कर दी गई है।
तीन पुश्तों का संपत्ति ब्यौरा देने को कहा गया : नेपाल के संपत्ति शुद्धिकरण विभाग ने देशभर के सभी बैंकों, नेपाल स्टॉक एक्सचेंज, उद्योग विभाग, कंपनी रजिस्ट्रार में पत्र लिख कर इन तीन पूर्व प्रधानमंत्री तथा मंत्रियों के व्यक्तिगत, परिवार, और उनके रिश्तेदार के नाम पर रहे किसी भी प्रकार की संपत्ति, बैंक अकाउंट में रहे नकद, फिक्स्ड डिपोजिट, शेयर, कंपनी उनके नाम पर है तो उसका संपूर्ण विवरण एक महीने के भीतर विभाग में जमा करने के लिए कहा है। गृहमंत्री ओमप्रकाश आर्याल ने कहा कि विभाग के निर्देशन पत्र को देश के सभी 76 जिलों में भेज कर उनके तीन पुश्तों का संपत्ति ब्यौरा देने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि अन्य मंत्रियों और पूर्व प्रधानमंत्रियों को भी जांच के दायरे में लाया जाएगा लेकिन पिछले एक दशक से इन्हीं तीन पूर्व प्रधानमंत्रियों के पर पर रहने के कारण शुरुआत इन्हीं से की गई है। गृहमंत्री आर्याल ने बताया कि पूर्व मंत्री डा आरजू राणा देउबा, उनके बेटे जयवीर देउबा, उनके भाई भूषण राणा तथा परिवार के अन्य सदस्यों को भी जांच के दायरे में लाया गया है। इसी तरह पूर्व ऊर्जा मंत्री दीपक खड़का जो आंदोलन के बाद से ही अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं उनके और उनके परिवार वालों के खिलाफ भी जांच शुरू की गई है।
संसदीय चुनावों को सफल बनाने के लिए युवाओं से आह्वान : नेपाल के राष्ट्रपति रामचंद्र पौडेल ने देश के युवाओं से अगले साल 5 मार्च को होने वाले संसदीय चुनावों को सफल बनाकर इतिहास रचने का आह्वान किया है। प्रधानमंत्री सुशीला कार्की और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों के साथ चर्चा में उन्होंने कहा कि चुनावों को एक अवसर के रूप में लिया जाना चाहिए। राष्ट्रपति पौडेल ने आग्रह किया कि केवल चुनाव की घोषणा हो जाने के कारण इसे हल्के में न लिया जाए। उन्होंने कहा कि देश को नए चुनावों के माध्यम से जनादेश के साथ आगे बढ़ना चाहिए, ताकि एक ऐसे देश का निर्माण किया जा सके, जो युवा आंदोलन की आकांक्षाओं को पूरा कर सके। राष्ट्रपति पौडेल ने कहा कि नए चुनावों की घोषणा इसलिए की गई है, ताकि युवा पीढ़ी सही मायने में देश को भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद और पक्षपातपूर्ण व्यवहार से मुक्त देख सके और सही लोग देश चला सकें। उन्होंने युवाओं से आग्रह करते हुए कहा कि वे इस चुनाव को गंभीरता से लें और इसे देश का चेहरा बदलने के लिए एक बड़े अभियान के रूप में प्रतिष्ठा का विषय बनाएं।
राष्ट्रपति ने लोगों से सावधान रहने का भी आग्रह किया : राष्ट्रपति पौडेल के प्रेस सलाहकार किरण पोखरेल ने बताया कि उन्होंने युवाओं से चुनावों में आगे आकर एक अच्छी प्रतिनिधि सभा बनाने का आग्रह किया है। प्रेस सलाहकार पोखरेल ने राष्ट्रपति पौडेल के हवाले से कहा कि राष्ट्रपति ने देश को न्याय के पथ पर, सुशासन के पथ पर आगे बढ़ना होगा और देश को प्रगति करनी होगी। युवाओं को विदेश पलायन के लिए मजबूर करने की स्थिति समाप्त होनी चाहिए। राष्ट्रपति पौडेल ने लोगों से उन लोगों से सावधान रहने का भी आग्रह किया, जो अपनी अवैध मांगों के बल पर युवाओं के आंदोलन का शोषण करना चाहते हैं तथा अपने हितों की पूर्ति करना चाहते हैं। युवाओं के प्रतिनिधियों ने स्पष्ट किया है कि युवा आंदोलन सामाजिक और आर्थिक न्याय के लिए है तथा कुशासन और भ्रष्टाचार के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि यह संविधान, लोकतंत्र, संघीयता या समावेशिता के खिलाफ नहीं है।
