Ashutosh Jha
काठमांडू : नेपाल की पूर्व उपप्रधानमंत्री एवं नेपाली कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री सुजाता कोइराला ने चीन के सिचुआन प्रांत में आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में नेपाल-चीन संबंधों को और मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि नेपाल और चीन के संबंध ऐतिहासिक मित्रता और विश्वास पर आधारित हैं, जिन्हें और अधिक प्रगाढ़ बनाने के लिए पर्यटन, व्यापार, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और तकनीकी सहयोग को बढ़ावा देना जरूरी है।
इस बैठक में चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CPC) सिचुआन प्रांतीय समिति के स्थायी समिति सदस्य पुबु दुनझु, विदेश मामलों की समिति के महानिदेशक झांग ताओ, सिचुआन प्रांतीय शिक्षा विभाग के उप-महानिदेशक साई गुआंगजिए, कृषि एवं ग्रामीण मामलों के उप-महानिदेशक सियांग गुइयू, वाणिज्य विभाग के उप-महानिदेशक लियांग योंग, संस्कृति एवं पर्यटन विभाग के उप-महानिदेशक वांग चेंगपिंग, CPC सिचुआन प्रांतीय समिति के विदेश मामलों के उप-महानिदेशक लिउ मिन, तथा CPC केंद्रीय समिति के अंतर्राष्ट्रीय विभाग के भारत-नेपाल डिवीजन के उप-निदेशक झेंग यौया सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सुजाता कोइराला ने नेपाली कांग्रेस के संस्थापक नेताओं द्वारा नेपाल-चीन संबंधों को सुदृढ़ बनाने में निभाई गई भूमिका को स्मरण करते हुए बी.पी. कोइराला और तत्कालीन चीनी नेतृत्व के बीच घनिष्ठ संबंधों का उल्लेख किया। उन्होंने उच्चस्तरीय यात्राओं, सीधी हवाई कनेक्टिविटी और सांस्कृतिक सहयोग को और बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया। इसके साथ ही, नेपाल में अधिक से अधिक चीनी पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए विशेष रणनीतियां अपनाने की बात कही। उन्होंने सिचुआन प्रांत के ऐतिहासिक धरोहर स्थल Sanxingdui Museum, और अत्याधुनिक तकनीकी विकास से परिपूर्ण Chengdu Gengling Valley तथा Sichuan Western Forest का दौरा किया। उन्होंने चीन की उल्लेखनीय प्रगति को नेपाल के लिए प्रेरणादायक बताया और कहा कि नेपाल को भी नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में चीन के साथ सहयोग बढ़ाकर विकास में नई संभावनाओं को तलाशना चाहिए। बैठक के दौरान नेपाल-चीन संबंधों को और गहरा बनाने पर व्यापक चर्चा हुई। सुजाता कोइराला ने नेपाली कांग्रेस की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि आपसी सहयोग को नई ऊंचाइयों तक ले जाने के लिए नेपाल निरंतर प्रयासरत रहेगा।