Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : दैनिक उपभोग का घरेलू सामान बनाने वाली कंपनी नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। 30 सितंबर को समाप्त जुलाई-सितंबर तिमाही में नेस्ले का एकीकृत शुद्ध लाभ 17.37 फीसदी घटकर 743.17 करोड़ रुपये रह गया। कंपनी ने इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि के दौरान 899.5 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया था। नेस्ले इंडिया लिमिटेड ने गुरुवार को शेयर बाजार को दी सूचना में बताया कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में कंपनी का राजस्व 11 फीसदी बढ़कर 5,630.23 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 5,074.76 करोड़ रुपये था। इस दौरान कंपनी का कुल खर्च 12.9 फीसदी बढ़कर 4,616.73 करोड़ रुपये रहा। कंपनी ने बताया कि जुलाई-सितंबर तिमाही में नेस्ले इंडिया की घरेलू बिक्री 10.8 फीसदी बढ़कर 5,411.02 करोड़ रुपये हो गई, जबकि इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में यह 4,883.14 करोड़ रुपये थी। इस दौरान इसका निर्यात 14.4 फीसदी बढ़कर 219.21 करोड़ रुपये रहा। कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मनीष तिवारी ने कहा कि घरेलू बिक्री में दोहरे अंक की दर से वृद्धि हुई, जिसका मुख्य कारण मात्रा में वृद्धि है। नेस्ले इंडिया लिमिटेड स्विस बहुराष्ट्रीय कंपनी नेस्ले की एक भारतीय सहायक कंपनी है, जिसका मुख्यालय हरियाणा के गुड़गांव में है। इस कंपनी के उत्पादों में भोजन, पेय पदार्थ, चॉकलेट और कन्फेक्शनरी शामिल हैं।
इंडियन बैंक का दूसरी तिमाही में मुनाफा 11.5 फीसदी बढ़कर 3,018 करोड़ रुपये : सार्वजनिक क्षेत्र के इंडियन बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही के नतीजे का ऐलान कर दिया है। 30 सितंबर को समाप्त चालू वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही में बैंक का शुद्ध लाभ 11.53 फीसदी बढ़कर 3,018 करोड़ रुपये पर हो गया। बैंक ने पिछले वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 2,706 करोड़ रुपये का एकल शुद्ध लाभ अर्जित किया था। इंडियन बैंक ने गुरुवार को जारी एक बयान में बताया कि वित्त वर्ष 2025-26 की दूसरी तिमाही में बैंक का ब्याज आय बढ़कर 11,964 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि में 11,125 करोड़ रुपये थी। इसके अलावा बैंक का सकल गैर-निष्पादित परिसंपत्तियां (एनपीए) दूसरी तिमाही में बढ़कर 2.60 फीसदी हो गईं, जो सितंबर 2024 में कुल ऋणों का 3.48 फीसदी थीं। इंडियन बैंक सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है, जिसकी स्थापना 1907 में हुई थी। यह 1 अप्रैल, 2020 को इलाहाबाद बैंक के साथ विलय के बाद भारत का सातवां सबसे बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक बन गया। यह बैंक सरकार के स्वामित्व में है और विभिन्न वित्तीय सेवाएं प्रदान करता है।