निर्लज्ज बनकर घाटशिला उपचुनाव में वोट मांग रहा इंडी ठगबंधन : बाबूलाल

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Eksandeshlive Desk

पूर्वी सिंहभूम : झारखंड में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने शनिवार को घाटशिला के दामपाड़ा हाट मैदान में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया और विभिन्न मुद्दों को लेकर राज्य की हेमंत सरकार पर निशाना साधा। बाबूलाल मरांडी ने कार्यकर्ताओं के संबोधित करते हुए कहा कि उपचुनाव में झारखंड की जनता घाटशिला के मतदाताओं की ओर देख रही है। भले ही इस उपचुनाव से सरकार नहीं बननी है, लेकिन राज्य सरकार को सबक सिखाने का यह अवसर है। अब राज्य की जनता लूट, भ्रष्टाचार, दलाली और माफियागिरी को बर्दास्त करने वाली नहीं है। उन्होंने रष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) उम्मीदवार बाबूलाल सोरेन को भरी मतों से जीत दिलाने के लिए कार्यकर्ताओं से हर मतदाता के घर जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जनता राजग प्रत्याशी को जीत दिलाने के लिए मन बना चुकी है।

बांग्लादेशी रोहिंग्या हेमंत सरकार के संरक्षण में बसाए जा रहे : मरांडी ने कहा कि पूरे घाटशिला क्षेत्र में बांग्लादेशी रोहिंग्या हेमंत सरकार के संरक्षण में बसाए जा रहे हैं। क्षेत्र की डेमोग्राफी बदल रही है। राज्य में पिछले छह वर्षों से सत्ता सुख भोग रहा इंडी ठगबंधन निर्लज्ज ठगबंधन है और ये लोग निर्लज्जता से उपचुनाव में फिर जनता से वोट मांग रहे हैं। पिछले छह वर्षों में राज्य में कोई विकास नहीं हुआ। केवल लूट हो रही है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के संरक्षण में दलाल और बिचौलिए राज्य के बालू, लोहा, कोयला और अन्य खनिज लूट रहे हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि आज अस्पताल में दवाई नहीं, डॉक्टर नहीं ,नर्स नहीं, एंबुलेंस नहीं। स्कूल में शिक्षक नहीं। गरीबों के वृद्धा पेंशन, दिव्यांग पेंशन तक बंद हैं और ‘मईयां सम्मान योजना’ की राशि तो रोहिंग्या और बांग्लादेशी भी लूट ले रहे। उन्होंने कहा कि आज गरीबों को घर बनाने के लिए बालू नहीं मिल रहा है। गरीब आदमी का बालू भरा ट्रैक्टर थानेदार पकड़ लेता है। पैसा वसूलता है और दलाल बिचौलियों का हाइवा पुलिस कभी नहीं पकड़ती है। क्योंकि इनसे थाना पुलिस की मिलीभगत है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राज्य का युवा आज दर-दर की ठोकरें खा रहा है। नौकरी रातों रात बिक रही हैं। परीक्षाएं रद्द हो जाती हैं। युवाओं को न नौकरी मिल रही न बेरोजगारी भत्ता। आज आदिवासियों की जमीन लूट ली जा रही। बहन-बेटियां असुरक्षित हैं। फिर हेमंत सोरेन किस मुंह से अपने आप को अबुआ सरकार का मुखिया बोलते हैं। उन्होंने कहा कि झारखंड के आदिवासी, मूलवासी, दलित और पिछड़े सभी की चिंता अगर किसी ने की तो वह भारतीय जनता पार्टी है। छह वर्षों के शासन में अटल जी की सरकार ने केवल अलग राज्य ही नहीं बनाया, बल्कि राज्य की बुनियादी सुविधाओं को विकसित किया और फिर पिछले 11 वर्षों से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार झारखंड के विकास की चिंता कर रही है। आदिवासी मूलवासी को सम्मान दे रही है, लेकिन हेमंत सरकार तो केंद्र सरकार की योजनाओं को रोकने में लगी रहती है।

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