Eksandeshlive Desk
रांची : नामकुम-बयांगडीह के नोट्र डेम अकादमी स्कूल में विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस मौके पर शोभा यात्रा सहित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस समारोह में अतिथिगण, शाला प्रबंधन समिति, अभिभावकगण, फादर मार्टिन,प्राचार्य सिस्टर संजना कुजूर,सिस्टर मंजूश्री टोप्पो , सिस्टर अंजलि एक्का , स्टाफ तथा विद्यार्थीगण उपस्थित हुए.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि फादर अनुज मिंज व विशिष्ट अतिथि में फादर प्रफुल बड़ा थे. फादर अनुज मिंज ने अपने सम्बोधन में कहा, विश्व आदिवासी दिवस मानना तभी सार्थक होगा जब हम अपने पूर्वजों द्वारा प्रदत्त भाषा, परम्परा व संस्कृति को बनाये रखेंगे. वहीं फादर प्रफुल बड़ा ने कहा अंतराष्ट्रीय विश्व दिवस मनाना सौभाग्य की बात है अपने पूर्वजों को याद करना तथा उनके विरासत को धरोहर के रूप मान्यता देने का दिन है. आदिवासी प्रकृति से जुड़े हुए है, जल,जंगल, जमीन पर पर पहला हक आदिवासियों का है. उनकी अपनी पहचान है, इनकी संस्कृति और परम्परा बहुत समृद्ध है. विडंबना ये है कि ये वर्ग हमेशा शोषित रहा है, इनके अधिकार को छिनता जाता रहा. आज उन्हें अपना हक दिलाने, उनकी परम्परा और मान्यता को बढ़ावा देने की जरुरत है.
कार्यक्रम का प्रथम भाग शोभा यात्रा से हुआ जहाँ विद्यार्थी व स्टाफ ने आदिवासी पारंपरिक वेश -भूषा पहनकर इस जुलुस में शामिल हुए. सांस्कृतिक कार्यक्रम के अंतर्गत कक्षावार विद्यार्थियों द्वारा पारम्परिक नृत्य व गायन की प्रस्तुति दी गयी. नृत्य में स्टाफ ने भी शामिल होकर विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाया. संयुक्त रूप से मिस अलमा भेंगरा और मिस दीप्ती एक्का ने मंच का सफल संचालन किया. कार्यक्रम के अंत में अभिभावक प्रतिनिधि श्रीमती मुक्तिलता तथा सिस्टर संजना कुजूर ने आभार प्रकट किया.