नथमल बैद एक दूरदर्शी, धर्मनिष्ठ एवं परोपकारी व्यक्ति थे : मूख्यमंत्री सतीश सिंह

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Ashutosh Jha

काठमांडू : तीर्थंकर भगवान महावीर के २६२४वां जन्म कल्याणक महोत्सव एवं युग प्रधान आचार्य महाश्रमण जी का नेपाल प्रवेश की दसवीं वर्षगांठ के अवसर पर वीरगंज में विशेष समारोह आयोजित किया गया। नेपाल के आर्थिक राजधानी वीरगंज शहर ख्याति प्राप्त है जहां जैन धर्मावलंबी लोग अल्पसंख्यक है किन्तु यहां के सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निर्वाह करते हैं। इस समारोह में मधेश प्रदेश के मूख्यमंत्री सतीश कुमार सिंह का विशेष उपस्थिति में सम्पन्न महोत्सव में उन्होंने जैन धर्मावलंबीयों के नेपाल के उन्नयन में किए योगदान का मुक्तकंठ से सराहा।

कार्यक्रम में भारतीय अतिथि प्रोफेसर अनील कुमार सिन्हा ने वीरगंज के स्वर्गीय नथमल बैद के योगदान को रेखांकित करते हुए बताया कि वे एक दूरदर्शी, धर्मनिष्ठ एवं परोपकारी व्यक्ति थे। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि ऐसे पुरखों के प्रति कृतज्ञता ज्ञापन से समाज को उर्जा मिलती है। मुख्यमंत्री सिंह ने मधेश प्रदेश में दो तीर्थंकर नेमिनाथ और मल्लीनाथ के जन्मभूमि एवं पारसनाथ के साधना भूमि है बताते हुए प्रदेश सरकार इन पवित्र भूमि में भव्य मंदिर निर्माण के लिए हर संभव प्रयास करने की बात को दोहराया। कार्यक्रम के संयोजक अशोक कुमार बैद ने मधेश प्रदेश में जैन स्थलों का विकसित करने की परिकल्पना को साकार करने के लिए सभी जैन धर्मावलंबीयों के ओर से सहजीकरण करने को तैयार रहने के संकल्प प्रकट किया। समारोह में नेपाल और भारत के कई ख्यातिलब्ध जैन अभिमानियों का उपस्थिति था जिसमें जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनसुख लाल सेठिया भी थे। इस अवसर पर नेपाल के प्रसिद्ध पत्रकार चन्द्रकिशोर को अहिंसा मैत्री सम्मान एवं रक्सौल भारत के शिक्षाविद एवं समाजसेवी अनिल कुमार सिंहा को सद्भावना मैत्री सम्मान से सम्मानित किया गया।

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