ऊर्जा मन्त्री खड्का ने समकक्ष मन्त्री खट्टर को दिया धन्यवाद

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Ashutosh Jha

काठमांडू : भारत के विद्युत एवं शहरी आवास मंत्री मनोहर लाल खट्टर की नेपाल यात्रा के दौरान नेपाल के प्रधानमंत्री के.पी. शर्मा ओली और भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच टेलीफोन वार्ता हुई। ऊर्जा, जलस्रोत तथा सिंचाई मंत्री दीपक खड्का के निमंत्रण पर नेपाल की औपचारिक यात्रा पर आए भारतीय विद्युत मंत्री खट्टर ने प्रधानमंत्री ओली से शिष्टाचार भेंट की। इस अवसर पर नेपाल-भारत के वर्तमान संबंधों और ऊर्जा क्षेत्र के विकास पर चर्चा हुई। इसी क्रम में मंत्री खट्टर ने प्रधानमंत्री ओली की प्रधानमंत्री मोदी से टेलीफोन पर बातचीत कराई। मंत्री खड्का ने खट्टर की नेपाल यात्रा की जानकारी देते हुए कहा कि ऊर्जा क्षेत्र के विकास के लिए दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच संवाद होना एक खुशी की बात है। दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच हुई बातचीत में पंचेश्वर बहुद्देश्यीय परियोजना को और गति देने के विषय में चर्चा हुई। मंत्री स्तर की यात्रा में प्रधानमंत्री स्तर से की गई रुचि और संवाद, ऊर्जा क्षेत्र में नेपाल-भारत सहयोग को एक मील का पत्थर साबित करेगा, ऐसा मंत्री खड्का का कहना था। भारतीय विद्युत मंत्री की यह पहली नेपाल यात्रा है, जिससे नेपाल-भारत के ऊर्जा सहयोग को एक नई दिशा मिली है और दीर्घकालीन साझेदारी को और मजबूत किया है, ऐसा ऊर्जा विशेषज्ञों का कहना है।

मंत्री खट्टर की इस यात्रा के दौरान पहली बार अंतरदेशीय ट्रांसमिशन लाइन निर्माण के लिए समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुआ। इस समझौते के तहत 400 केवी क्षमता वाली अंतरदेशीय 310 किलोमीटर ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण होगा। इसमें इनरुवा-न्यू पूर्णिया ट्रांसमिशन लाइन के अंतर्गत नेपाल की ओर 25 किलोमीटर और भारत की ओर 100 किलोमीटर लाइन बनेगी। वहीं, दोदोहरा-बरेली ट्रांसमिशन लाइन नेपाल की ओर लगभग 35 किलोमीटर और भारत की ओर 150 किलोमीटर होगी। ऊर्जा मंत्री खड्का ने विशेष रूप से जलविद्युत उत्पादन, ट्रांसमिशन और वितरण में सहयोग के लिए भारतीय समकक्ष के प्रति आभार जताया और उनकी प्रतिबद्धता की सराहना की। मंत्री खड्का ने सामाजिक मीडिया के माध्यम से मंत्री खट्टर की इस यात्रा को “उपलब्धिपूर्ण” बताते हुए सराहना की। साथ ही, नेपाल-भारत मित्रता और सहयोग को दीर्घकालीन रणनीतिक साझेदारी में बदलने में ऐसी यात्राओं की महत्वपूर्ण भूमिका बताते हुए भारत के राजदूत नवीन श्रीवास्तव को समन्वय के लिए विशेष धन्यवाद भी दिया।