SUNIL KUMAR
साहिबगंज/बरहरवा: त्योहारों को देखते हुए, पूर्वी रेलवे के मालदा डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल, आरपीएफ ने रेलवे परिसर में कमजोर बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत अपने अधिकार क्षेत्र में निवारक जांच और निगरानी अभियान तेज कर दिया है।
बीते रविवार को संध्या लगभग 07:30 बजे बरहरवा रेलवे स्टेशन पर मानव तस्करी और अन्य असामाजिक गतिविधियों के खिलाफ नियमित जांच के दौरान, बरहरवा पोस्ट के आरपीएफ कर्मियों ने बुकिंग कार्यालय के पास दो नाबालिग लड़कों को संदिग्ध रूप से घूमते देखा। संपर्क करने पर वे भयभीत दिखे और उन्होंने अपनी पहचान बताई 1. नसीम शेख उम्र करीब 16 वर्ष और 2. साहिल शेख उम्र करीब 15 वर्ष, दोनों ही साहिबगंज के निवासी हैं। बातचीत के दौरान पता चला कि लड़के पारिवारिक विवाद के बाद अपने घर छोड़कर चले गए थे। और काम की तलाश में पटना और आगे मुंबई जाने का इरादा रखते थे। उनकी कमजोर स्थिति को देखते हुए, आरपीएफ टीम ने लड़कों को सुरक्षित बचा लिया और आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए उन्हें आरपीएफ पोस्ट बरहरवा ले आई। सभी कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने और अपने माता-पिता को सूचित करने के बाद, बचाए गए नाबालिगों को स्थापित प्रक्रियाओं के अनुसार परामर्श और पुनर्वास के लिए बाल संरक्षा मंथन साहिबगंज के अनुराधा मंडल को सौंप दिया गया। पूर्वी रेलवे का मालदा डिवीजन यात्रियों और कमजोर व्यक्तियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए स्टेशनों और ट्रेनों पर नियमित जांच और सतर्क गश्त के माध्यम से ऐसी गतिविधियों पर लगातार कड़ी नजर रख रहा है। मालदा डिवीजन आम जनता से अपील करता किया है कि वे सतर्क रहें और सहयोग करें, यदि उन्हें स्टेशनों या ट्रेनों में कोई संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो निकटतम रेलवे कर्मचारियों, आरपीएफ कर्मियों या अधिकारियों को तुरंत सूचित करें। पूर्वी रेलवे के मालदा डिवीजन के रेलवे सुरक्षा बल द्वारा समय पर किए गए हस्तक्षेप से नाबालिगों की सुरक्षा सुनिश्चित हुई तथा उन्हें संभावित खतरों से बचाया गया।
