Eksandeshlive Desk
इस्लामाबाद : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के अधिकारियों ने सोमवार को कहा कि पिछले 24 घंटों में पाकिस्तान के कई हिस्सों में हुई मानसूनी बारिश के कारण आठ और लोगों की मौत हो गई। इसी के साथ देशभर में मरने वालों की संख्या बढ़कर 279 हो गई। मौसम की मार सबसे अधिकार पंजाब प्रांत झेल रहा है। यहां पिछले 24 घंटों में छह और लोगों मौत हो गए। खैबर पख्तूनख्वा एक और गिलगित-बाल्तिस्तान में एक व्यक्ति की जान चली गई।
जियो न्यूज के अनुसार, एनडीएमए ने आज से 31 जुलाई तक गिलगित-बाल्तिस्तान और पीओके में बाढ़ और भूस्खलन की चेतावनी दी है। राष्ट्रीय आपातकालीन संचालन केंद्र (एनईओसी) ने बयान में कहा कि गिलगित, स्कार्दू, हुंजा और शिगर के साथ-साथ मुजफ्फराबाद, नीलम घाटी और बाग में तेज बारिश होने की संभावना है। इससे बाढ़ आ सकती है। पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश से भूस्खलन भी हो सकता है। एनईओसी ने चेतावनी दी है कि चित्राल घाटी, बूनी और रेशुन क्षेत्रों में ग्लेशियरों के पिघलने के साथ वर्षा के कारण चित्राल नदी के जल प्रवाह में वृद्धि हो सकती है। एनडीएमए ने संबंधित विभागों, स्थानीय अधिकारियों और प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरणों (पीडीएमए) को सक्रिय कदम उठाने, कर्मियों, मशीनरी और बचाव दलों की तैयारी सुनिश्चित करने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए सतर्क रहने का निर्देश दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि पंजाब में सबसे अधिक तबाही हुई है। पंजाब 151 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और 536 लोग घायल हुए हैं। खैबर पख्तूनख्वा में 64 लोगों की मौत और 80 अन्य के घायल होने की सूचना है। सिंध में 25 लोगों की मौत हुई है और 40 अन्य घायल हुए हैं। बलूचिस्तान में भी 20 लोगों की मौत हुई है और चार घायल हुए हैं। गिलगित-बाल्तिस्तान में अब तक नौ लोगों की मौत और चार के घायल होने की सूचना है। पीओके में मौसम की मार से दो निवासियों की मौत हो गई है और दस अन्य घायल हुए हैं। इस्लामाबाद में आठ लोगों की मौत और तीन के घायल होने की पुष्टि हुई है।