पारस हॉस्पिटल में गंभीर बीमारी मायलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम से पीड़ित मरीज का सफल ब्रेन सर्जरी

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Eksandeshlive Desk

रांची : पारस एचइसी हॉस्पिटल, रांची में बेहद कम प्लेटलेट काउंट होने के बावजूद एक मरीज की सफल ब्रेन सर्जरी कर डॉक्टरों ने उसकी जान बचाई है। यह जटिल सर्जरी अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट न्यूरोसर्जन डॉ. अरुण कुमार के नेतृत्व में की गई। मरीज गंभीर बीमारी मायलोडिस्प्लास्टिक सिंड्रोम से पीड़ित था और उसके मस्तिष्क के बाईं ओर खून जमा हो गया था, जिसे मेडिकल भाषा में क्रोनिक सबड्यूरल हेमेटोमा कहा जाता है। इस स्थिति में मस्तिष्क की सतह और बाहरी आवरण (ड्यूरा) के नीचे रक्त का पुराना थक्का जम जाता है, जिससे दिमाग पर अत्यधिक दबाव पड़ता है। मरीज को बेहोशी की हालत में अस्पताल लाया गया था।

सामान्यतः ब्रेन सर्जरी के लिए पर्याप्त प्लेटलेट काउंट आवश्यक होता है, लेकिन मरीज का प्लेटलेट मात्र 14,000 था, जो अत्यंत जोखिमपूर्ण स्थिति मानी जाती है। इसके बावजूद मरीज की गंभीर अवस्था को देखते हुए डॉ. अरुण कुमार ने इसे एक चुनौती के रूप में स्वीकार किया और तत्काल सर्जरी का निर्णय लिया। डॉ. अरुण कुमार और उनकी टीम की कुशलता से ऑपरेशन सफल रहा। सर्जरी के बाद मरीज को होश आ गया और उसकी स्थिति में तेजी से सुधार हुआ। पूरी तरह स्वस्थ होने के बाद मरीज को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया। डॉ. अरुण कुमार पिछले एक वर्ष से पारस हॉस्पिटल, रांची में सीनियर कंसल्टेंट के रूप में कार्यरत हैं और अब तक कई जटिल ब्रेन व स्पाइन मामलों का सफल इलाज कर चुके हैं। पारस हॉस्पिटल, रांची के फैसलिटी डायरेक्टर डॉ. नीतेश कुमार ने कहा कि अत्यंत चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में भी हमारे डॉक्टरों ने जिस तरह मरीज की जान बचाई, वह पारस हॉस्पिटल की उच्चस्तरीय चिकित्सा सेवाओं और आधुनिक सुविधाओं को दर्शाता है। हमारा उद्देश्य हमेशा मरीजों को सुरक्षित, सुलभ और सर्वोत्तम इलाज उपलब्ध कराना है।

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