Eksandesh Desk
हजारीबाग : मानसून की पहली बारिश ने हजारीबाग नगर निगम के दावों की पोल खोल कर रख दी है। शहर में कई स्थानों पर जलजमाव की भयावह स्थिति उत्पन्न हो गई है। सुरेश कॉलोनी, रामनगर , विष्णुपुरी,ओकनी सहित अन्य निचले इलाकों में भारी जलजमाव होने से घरों में दो दो फिट तक पानी घुस गया है और लोग रतजगा करने पर विवश हैं। एक तो शहर के नदी नालों का अतिक्रमण कर लिया गया है जिससे पानी निकासी नहीं होने के कारण सड़को पर पानी भर गया वहीं दूसरी ओर बारिश शुरू होने के बाद पता नहीं नगर निगम क्यों नाली निर्माण करता है जिससे निर्माण कार्य पूरा नहीं होने पर लोगों को परेशानी से दो चार होना पड़ता है। आखिर निगम बारिश से पहले क्या करता है। निगम की ओर से पहले ही दावा किया गया था कि बारिश से पूर्व सभी नालियों की सफाई और निर्माणाधीन विकास कार्यों को पूरा कर लिया जाएगा।
लेकिन हालात जमीनी हकीकत को उजागर कर रहे हैं न नालियों की सफाई हुई, न जल निकासी की कोई पुख्ता व्यवस्था की गई। मासीपीढ़ी में पानी इतना भर गया है कि लोगों का पैदल चलना तो दूर, वाहन चालकों को भी भारी जोखिम उठाकर सड़क पार करनी पड़ रही है। वहीं दूसरी ओर शहर के अन्य इलाके भी पानी में पूरी तरह डूब गए है। जिले के आसपास की छोटी नदियों का भी जलस्तर बढ़ गया है और वह पूरी उफान पर है। कई स्थानों पर नदी का पानी सड़कों पर बहता नजर आ रहा है। विशेषज्ञ मानते हैं कि अवैध अतिक्रमण ने जल निकासी की राहें बंद कर दी हैं, जिससे जलजमाव आम होता जा रहा है। लोगों का कहना है की बारिश राहत लेकर आती है लेकिन प्रशासन की लापरवाही इसे आफ़त बना देती है। मौसम पूर्वानुमान में कहा गया है की जिले में 21 जून तक मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है। जिला प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनावश्यक घरों से बाहर ना निकले तथा जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देश का पालन करें।