संगठन का जल्द होगा विस्तार, बनी 11 सदस्यीय संयोजक मंडली
Eksandeshlive Desk
रांची: पिछड़ा वर्ग महासभा की बैठक रवींद्र वर्मा की अध्यक्षता में होटल सिटी पैलेस लालपुर में हुई। जिसमें पिछड़े वर्ग की एकजुटता पर बल दिया गया। संचालन करते हुए बजरंग वर्मा ने कहा कि 20 पिछड़ी जातियों के प्रतिनिधियों ने बैठक में हिस्सा लिया। बैठक में निर्णय लिया गया कि 14 जनवरी को महासभा की एक और बैठक होगी। जिसमें महासभा का विस्तार किया जाएगा। महासभा के कामकाज के संचालन के लिए 11 सदस्यीय संयोजक मंडली का गठन किया गया। जिसमें रवींद्र वर्मा, उमेश रंजन साहू, बजरंग वर्मा, उदय साहू, दिनेश प्रजापति, अजय प्रसाद गुप्ता, विक्रांत विश्वकर्मा, लालू मालाकार, वीरेंद्र साहू, दिलीप सोनी, राजू ठाकुर और राजेश महतो को रखा गया है। बैठक में अपने विचार व्यक्त करते हुए रवींद्र वर्मा ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को राजनीतिक दलों द्वारा झारखंड में लगातार ठगने का काम किया जा रहा है। आबादी के अनुसार राजनीति में हमारी भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। झारखंड सरकार पिछड़े वर्ग को हमारे अधिकार से वंचित रख रही है। जिसके चलते पिछड़ा वर्ग महासभा केंद्रीय समिति का गठन करने का निर्णय लिया गया है। बजरंग वर्मा ने कहा कि अगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में हम मजबूती के साथ अपने अधिकारों के लिए लड़ेंगे। जरूरत पड़ी तो चुनाव मैदान में अपने प्रत्याशी भी उतारेंगे। उदय साहू ने कहा कि झारखंड में पिछड़ा वर्ग का कोई सर्वमान्य नेता नहीं है। जिस कारण हम लोग नेता विहीन हो गए हैं। जिसका फायदा राजनीतिक दल और अधिकारी उठा रहे हैं। उमेश रंजन साहू ने कहा कि अगर समय रहते हमलोग एकजुट नहीं हुए तो मुट्ठी भर आबादी वाले लोग हम पर हावी हो जाएंगे। जिसका असर हमारे आने वाले बच्चों पर पड़ेगा। कहा कि झारखंड में पिछड़ा वर्ग को एकजुट होना होगा एकजुट होने से ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव में पिछड़ा वर्ग को फायदा मिलेगा। दिनेश प्रजापति एवं त्रिवेणी कुमार काशी ने कहा कि पिछड़ा वर्ग को हमें गांव से लेकर शहरों तक जागना होगा। उनके बीच जाकर समस्याओं का समाधान करना होगा। उन्हें राजनीति में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने के लिए प्रेरित करना होगा। बैठक में लालू मालाकार, राजू ठाकुर, अजय गुप्ता, राजा प्रजापति, संजीव महतो, मुन्ना सोनी सहित अन्य ने अपने विचार रखें।