पलामू : हड़ताल को लेकर वित्त मंत्री की नगर आयुक्त और डीडीसी के साथ हुई बैठक, पुराने तरीके से चलेंगे ऑटो

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Eksandeshlive Desk

पलामू : पलामू जिले में पिछले पांच दिनों से ऑटो चालक हड़ताल पर हैं। हड़ताल के कारण परिवहन व्यवस्था पर बुरा प्रभाव पड़ा है। नौ सूत्री मांगों को लेकर ऑटो चालक समाहरणालय परिसर में धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। इस बीच राज्य के वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने मामले में पहल करते हुए सर्किट हाउस में मंगलवार को नगर आयुक्त मो. जावेद हुसैन के साथ बैठक की और हड़ताल के मद्देनजर कई मामलों में चर्चा की। अंतिम निर्णय लिया गया कि पूर्ववर्ती तरीके से फिलहाल ग्रामीण क्षेत्र के ऑटो मेदिनीनगर शहरी क्षेत्र में प्रवेश करेंगे। जनवरी 2025 में पार्किंग एरिया में आधारभूत संरचना विकसित करने, बस एवं ऑटो स्टैंड को शहर से बाहर करने को लेकर वृहद स्तर पर बैठक होगी और उसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।

वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने बैठक में कहा कि ऑटो चालकों की हड़ताल के कारण परिवहन व्यवस्था पर असर पड़ा है। ऑटो चालकों की मांगों को लेकर आवेदन मिलने एवं यात्रियों की परेशानी को देखते हुए उन्होंने पहले नगर विकास विभाग के सचिव सुनील कुमार से बात की। उन्हें बताया गया कि ऑटो चालकों की हड़ताल के कारण परिवहन व्यवस्था गड़बड़ा गयी है। बस, ट्रेनों से निकलने के बाद यात्री चार से पांच किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर रहे हैं। बाद में नगर आयुक्त एवं डीडीसी को सर्किट हाउस में बुलाकर उनके साथ बैठक की और कई मामलों पर चर्चा की गयी।

वित्त मंत्री ने कहा कि ऑटो चालकों के मामले में प्रशासनिक निर्णय बेहतर नहीं रहा है। ग्रामीण क्षेत्र के ऑटो के लिए शहर से बाहर पार्किंग के निर्णय के लिए जनवरी 2025 में उच्चस्तरीय बैठक करने की सलाह दी गयी, जिसमें एमपी, एमएलए, बस एवं ऑटो एसोसिएशन, चेंबर, व्यवसायी के संगठनों के प्रतिनिधि शामिल होंगे। इस बैठक में लिया गया निर्णय मान्य होगा। बैठक में शहर से बाहर ऑटो स्टैंड बनाने, आधारभूत संरचना का विकास करने आदि का भी निर्णय लिया जाएगा। इस कारण फिलहाल पुरानी व्यवस्था लागू रहेगी। ऑटो पुराने तरीके से चलेंगे, लेकिन जाम को देखते हुए ऑटो को पार्किंग एरिया में ही खड़ा करना होगा।

नगर आयुक्त ने कहा कि वित्त मंत्री के साथ बैठक के बाद हमने ट्रैफिक प्रभारी, नगर प्रबंधक और अन्य पदाधिकारियों के साथ बैठक की और जनवरी 2025 में जनप्रतिनिधियों, ऑटो संगठन के पदाधिकारी, ऑफिसर, ट्रैफिक प्रभारी के साथ बृहद स्तर पर बैठक कर यातायात व्यवस्था को लेकर बड़ा निर्णय लिया जाएगा। बैठक में बस, ऑटो, टेंपो स्टैंड में आधारभूत संरचना का विकास करने और वाहनों को उसी में लगाने को लेकर अंतिम निर्णय होगा।

नगर आयुक्त ने कहा कि शहर में होने वाले जाम को देखते हुए ऑटो चालक अनऑथराइज्ड पार्किंग में गाड़ी खड़ी नहीं करेंगे, शहर में नगर निगम द्वारा जो पार्किंग स्लॉट अलॉट किए गए हैं, वहीं पर ऑटो को खड़ा करना होगा। प्रायः देखा जाता है कि ऑटो चालक जहां-तहां वहां वाहन खड़ा कर यात्रियों को उठाने लगते हैं और छोड़ते हैं, जिससे जाम की स्थिति बनती है। शहर के विकास के लिए और सुंदर बनाने के लिए ऑटो चालकों का भी सहयोग जरूरी है। ई रिक्शा को कई अंडर एज बच्चे चलाते हैं, इसे लेकर परिवहन विभाग को जांच करने और नियमित निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है। पकड़े जाने पर कार्रवाई की जाएगी। नगर आयुक्त ने हड़ताल पर डटे सभी ऑटो चालकों से काम पर लौट जाने का आग्रह किया।

झारखंड परिवहन मजदूर यूनियन और झारखंड राज्य ऑटो चालक महासंघ के केंद्रीय संगठन सचिव राकेश कुमार सिंह ने कहा कि उनका आन्दोलन पांच दिनों से चल रहा है। मंगलवार से आमरण अनशन की शुरूआत की गयी। सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी हुई कि वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने डालटनगंज शहर में ऑटो चालन पर लगे प्रतिबंध के विषय में ऑटो चालक संघ के द्वारा दिए गए पत्र के आलोक में उप विकास आयुक्त और नगर आयुक्त के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में चर्चा के बाद यह निर्णय लिया गया कि एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया जाएगा। इस कमेटी में सांसद सदस्य, जिले के सभी विधायक, चैंबर्स ऑफ़ कॉमर्स के प्रतिनिधि और अन्य संबंधित लोग शामिल होंगे। यह कमेटी ऑटो चालान से जुड़े मुद्दों पर विचार करेगी और सर्वसम्मति से निर्णय लेगी। तब तक के लिए शहर में पूर्व की तरह ऑटो चालन बरकरार रखा जाएगा, लेकिन इस संबंध में उन्हें कोई संवैधानिक तरीके से जानकारी नहीं दी गयी है। धरना स्थल पर कोई लिखित समझौता नहीं हुआ है। इस कारण उन्होंने हड़ताल से वापस लौटने एवं आन्दोलन खत्म करने का फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है।