Eksandeshlive Desk
पलामू : बालिका गृह में नाबालिग बच्चियों को रखकर उनका संरक्षण करना है लेकिन पलामू जिले के मेदिनीनगर के सुदना में संचालित संस्थान में यौन शोषण करने का मामला सामने आया है। मामले में शिकायत के बाद शनिवार को एएसपी राकेश कुमार की जांच में पुष्टि होने पर एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया गया है। सुपरिटेंडेंट राम प्रताप गुप्ता (72) और एक महिला काउंसलर को हिरासत में ले लिया गया है। एएसपी राकेश सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि जांच में बच्चियों से यौन शोषण की बात सही साबित हुई है। इसमें काउंसलर की भी भूमिका सामने आई है। फिलहाल सुपरिटेंडेंट और महिला काउंसलर पर एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी।
मानवाधिकार संगठन की टीम को दोहराई आपबीती
दरअसल, शुक्रवार को मानवाधिकार संगठन की एक टीम अध्यक्ष संध्या सिंह के नेतृत्व में बालिका गृह की व्यवस्था को देखने गयी थी। टीम में सचिव सह वार्ड 33 की प्रथम पार्षद चंचला देवी, सहायक सचिव किरण कुमारी एवं को-ऑर्डिनेटर शिला कुजूर भी थीं। इस क्रम में बच्चियों ने यौन शोषण की बात बताई। बच्चियों के मुताबिक, आरोपित राम प्रताप गुप्ता का घर बालिका गृह के पास में ही बैंक कॉलोनी में है। एक बच्ची ने कहा कि दीपावली से छठ के बीच दो बार राम प्रताप उसे अपने घर ले गए। इसी दौरान उन्होंने बच्ची के साथ शारीरिक संबंध बनाया। दूसरी बच्ची ने कहा कि उसके साथ भी सुपरिटेंडेंट ने गलत करने का प्रयास किया था। दोनों बच्चियां सुपरिटेंडेंट को दादाजी कहकर बुलाते थे।
इस घटना ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचाई
बालिका गृह में बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला सामने आते ही पुलिस ने इसे गंभीरता से लिया। पूछताछ में पुलिस को लड़कियों ने शनिवार को बताया कि बालिका गृह से बाहर निकलने के लिए उनके सामने अधिकारियों को खुश करने की शर्त रखी गई थी। जांच में यह भी पता लगा है कि बालिका गृह की एक महिला कर्मी ने लड़कियों की कुछ फोटो भी लिए हैं और किसी को भेजे हैं। इस घटना ने प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मचा दी है। इस संबंध में पक्ष लेने के लिए समाज कल्याण पदाधिकारी नीता चौहान से संपर्क साधा गया लेकिन उन्होंने इस संबंध में कोई जवाब नहीं दिया। जिले के उपायुक्त भी पत्रकारों को जवाब देने से दूरी बनाए रखे।