Eksandeshlive Desk
पलामू : गुजरात की एक मेडिसिन कंपनी की ओर से पलामू स्वास्थ्य विभाग को आपूर्ति की गई दवा की जांच सरकारी लैब में हो रही है। कोलकाता और झारखंड के लैब में इसकी जांच चल रही है और रिपोर्ट भी आ रही है। पिछली कैल्शियम की दवा सब स्टैंडर्ड पाए जाने के बाद 10 बैच की दवा की जांच रिपोर्ट मानक के अनुसार आई है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग इन दवाओं का वितरण धातृ और गर्भवती महिलाओं के बीच करने जा रहा है। इसे लेकर शुक्रवार को पलामू के सिविल सर्जन डॉक्टर अनिल कुमार ने पत्रकारों को जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10 बैच की दवा की जांच रिपोर्ट आ गई है। दवा गुणवत्तापूर्ण पाई गई है और उसका वितरण हम करने जा रहे हैं।
सीएस ने बताया कि पलामू से पिछले दिनों कोलकाता और झारखंड के सरकारी लैब में जांच के लिए भेजी गई कैल्शियम की दवा सब स्टैंडर्ड पाई गई थी। 11 तरह की खांसी, बुखार व सर्दी की दवा जांच में अनुकूल मिली थी। ऐसे में जिस बैच की दवा गुणवत्तापूर्ण नहीं पाई गई, उसका वितरण रोक दिया गया था। इस बीच जांच रिपोर्ट अनुकूल रहने पर वितरण करने का निर्णय लिया गया है। उन्होंने बताया कि सप्लायर को एक माह के भीतर सारी सब स्टैंडर्ड दवा वापस ले जाने और सही दवा लाकर देने का निर्देश दिया गया है। एक सवाल के जवाब में कहा कि पलामू स्वास्थ्य विभाग को सब स्टैंडर्ड दवाओं को लेकर प्राथमिकी दर्ज करने का अधिकार नहीं है। अगर मामला दर्ज करने की बात आती है तो इसमें दवा निर्माण कंपनी पर कार्रवाई होगी। सप्लायर इसमें दोषी नहीं माना जाएगा। उन्होंने बताया कि 2 करोड़ से अधिक की दवा पलामू जिले को आपूर्ति की गई थी। गुजरात की कंपनी ने यह दवा बनाई थी। सिविल सर्जन ने यह भी कहा कि कैल्शियम की दवा घूलने में समय लेती थी। इसी कारण उसे बेहतर नहीं माना गया।