Ashutosh Jha
काठमांडू : राष्ट्रीय मुक्ति पार्टी के अध्यक्ष राजेंद्र महतो ने टिप्पणी की है कि सीपीएन (यूएमएल) के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली और जर्मन तानाशाह हिटलर के बीच कोई अंतर नहीं है। आज (गुरुवार) काठमांडू में आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री ओली पर सिंगल-सेक्स सोच के आधार पर दिन-ब-दिन क्रूर होते जाने का आरोप लगाया। उनका आरोप है कि राज्य ने पुलिस को उस कमरे में आंसू गैस के गोले दागने के लिए मजबूर किया, जहां टैपलेजंग के मुख्यालय फुंगलिंग बाजार में ‘नो केबल कार’ समर्थक बैठे थे। उन्होंने कहा कि यह घटना इस बात की पुष्टि कर देगी कि प्रधानमंत्री ओली और हिटलर के बीच कोई अंतर नहीं है।
मुख्यालय में मसाल जुलूस के दौरान इस तरह का व्यवहार हुआ, वहां के लोग कह रहे थे कि नेपाल के निर्माण के बाद से यह एक लिंगवादी शासन रहा है। राजेंद्र महतो को इस जातिवादी शासक के चरित्र का एहसास पहले ही हो चुका था। फ़ंगलिंग में जब राज्य ने ‘नो केबल कार’ प्रदर्शनकारियों को गैस चैंबर जैसे कमरे में बंद कर दिया और उन लोगों पर आंसू गैस फेंक कर हिटलर के गैस चैंबर की तरह काम किया। क्या ये केपी ओली हिटलर जैसा व्यवहार कर रहे हैं या नहीं? ‘हिटलर और केपी ओली में क्या अंतर है?’ उन्होंने सवालिया लहजे में कहा।