Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए बिहार राज्य जीविका निधि साख सहकारी संघ लिमिटेड का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री संस्था के बैंक खाते में 105 करोड़ रुपये भी हस्तांतरित करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को बताया कि जीविका निधि की स्थापना का उद्देश्य जीविका से जुड़े सामुदायिक सदस्यों को सस्ती ब्याज दरों पर आसानी से धन उपलब्ध कराना है। जीविका के सभी पंजीकृत कलस्टर-स्तरीय फेडरेशन इस संस्था के सदस्य बनेंगे। इस संस्था के संचालन के लिए बिहार सरकार और केंद्र सरकार दोनों ही धनराशि का योगदान करेंगी। पिछले कुछ वर्षों में जीविका के स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं में उद्यमिता का विकास हुआ है, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में कई लघु उद्यमों और उत्पादक कंपनियों की स्थापना हुई है। हालांकि, महिला उद्यमियों को अक्सर 18 प्रतिशत 24 प्रतिशत तक की ऊंची ब्याज दरें वसूलने वाले सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भर रहना पड़ता था। जीविका निधि को सूक्ष्म वित्त संस्थानों पर निर्भरता कम करने और कम ब्याज दरों पर समय पर बड़ी ऋण राशि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए एक वैकल्पिक वित्तीय प्रणाली के रूप में बनाया गया है। यह प्रणाली पूरी तरह से एक डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म पर काम करेगी, जिससे जीविका दीदियों के बैंक खातों में सीधे और तेजी से पारदर्शी धन हस्तांतरण सुनिश्चित होगा। इसे सुविधाजनक बनाने के लिए 12 हजार सामुदायिक कार्यकर्ताओं को टैबलेट से लैस किया जा रहा है। इस पहल से ग्रामीण महिलाओं के बीच उद्यमिता विकास को मज़बूत करने और समुदाय-आधारित उद्यमों के विकास में तेज़ी आने की उम्मीद है। पूरे बिहार से लगभग 20 लाख महिलाएं इस कार्यक्रम को देखेंगी।
प्रधानमंत्री यशोभूमि में कल करेंगे ‘सेमीकॉन इंडिया-2025’ का उद्घाटन : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को यहां के यशोभूमि में ‘सेमीकॉन इंडिया–2025’ का उद्घाटन करेंगे। वे 3 सितंबर को भी यहां सीईओ गोलमेज सम्मेलन में भाग लेंगे। तीन दिवसीय सम्मेलन भारत में एक मजबूत, लचीले और टिकाऊ सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने पर केंद्रित होगा। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोमवार को बताया कि इसमें सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम की प्रगति, सेमीकंडक्टर फैब और उन्नत पैकेजिंग परियोजनाओं, बुनियादी ढांचे की तैयारी, स्मार्ट विनिर्माण, अनुसंधान एवं विकास तथा कृत्रिम बुद्धिमत्ता में नवाचार, निवेश के अवसर, राज्यस्तरीय नीति कार्यान्वयन आदि पर सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त इस कार्यक्रम में डिज़ाइन लिंक्ड इंसेंटिव (डीएलआई) योजना के तहत पहलों, स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र के विकास, अंतरराष्ट्रीय सहयोग और भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र के भविष्य के रोडमैप पर प्रकाश डाला जाएगा। इसमें 20,750 से ज़्यादा प्रतिभागी भाग लेंगे। इनमें 48 से ज़्यादा देशों के 2,500 से ज़्यादा प्रतिनिधि शामिल होंगे। साथ ही, 50 से ज़्यादा वैश्विक नेताओं सहित 150 से ज़्यादा वक्ता और 350 से ज़्यादा प्रदर्शक भी शामिल होंगे। इसमें 6 देशों की गोलमेज चर्चाएं, देश-स्तरीय मंडप और कार्यबल विकास एवं स्टार्ट-अप के लिए समर्पित मंडप भी शामिल होंगे। उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में आयोजित सेमीकॉन सम्मेलनों का उद्देश्य सेमीकंडक्टर क्षेत्र में तकनीकी प्रगति की पहुंच को अधिकतम करना है। इनमें विभिन्न देशों की अपने सेमीकंडक्टर पारिस्थितिकी तंत्र को मज़बूत करने की नीतियां शामिल हैं। भारत को सेमीकंडक्टर डिज़ाइन के केंद्र के रूप में प्रदर्शित करने के लिए 2022 में बेंगलुरु, 2023 में गांधीनगर और 2024 में ग्रेटर नोएडा में सम्मेलन आयोजित किए जा चुके हैं।