प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ रेडियो कार्यक्रम ने कमाए 34.13 करोड़ रुपये

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Eksandeshlive Desk

नई दिल्ली : प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को प्रसारित होने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात से न केवल लोग प्रेरित हो रहे हैं बल्कि आकाशवाणी के राजस्व में भी वृद्धि हुई है। यह जानकारी सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री डॉ. एल. मुरुगन ने शुक्रवार को राज्यसभा में दी। एक प्रश्न के लिखित जवाब में उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के ‘मन की बात’ ने 34.13 करोड़ रुपये कमाए हैं। उल्लेखनीय है कि देशभर में हो रहे सकारात्मक बदलावों को प्रदर्शित करने और नागरिकों को भारत के विकास यात्रा में सक्रिय भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करने लिए प्रधानमंत्री मोदी प्रत्येक माह के आखिरी रविवार को ‘मन की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से जुड़ते हैं।

राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेटवर्क पर सीधा प्रसारण : इस कार्यक्रम के माध्यम से प्रधानमंत्री शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यावरण, नवाचार और सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में प्रभावशाली कार्य कर रहे भारतीयों की प्रेरणादायक कहानियां साझा करते हैं। वे युवाओं, किसानों, महिलाओं, कारीगरों, उद्यमियों, खिलाड़ियों और स्वयं सहायता समूहों द्वारा संचालित जमीनी पहल और सामुदायिक प्रयासों को उजागर करते हैं। ये कहानियां अक्सर देश के दूरस्थ और विविध क्षेत्रों से आती हैं, जो राष्ट्र की समृद्ध और समावेशी भावना को दर्शाती हैं। मन की बात कार्यक्रम आकाशवाणी द्वारा अपने मौजूदा संसाधनों का उपयोग करते हुए तैयार किया जाता है, जिससे अतिरिक्त खर्च नहीं होता। केंद्रीय सूचना प्रसारण राज्य मंत्री के अनुसार मन की बात कार्यक्रम राष्ट्र निर्माण का एक सॉफ्ट टूल बन गया है, जो भारत की विविधता, दृढ़ता और सामाजिक प्रतिबद्धता का जश्न मनाने वाली कहानियों के माध्यम से जनचर्चा को आकार देता है। दर्शकों की भागीदारी कार्यक्रम को एक बड़ा वर्ग आकाशवाणी (ऑल इंडिया रेडियो) पर सुनता है, जो इसे अपने राष्ट्रीय और क्षेत्रीय नेटवर्क पर सीधा प्रसारित करता है।

क्षेत्रीय भाषाओं में भी इसका प्रसारण : क्षेत्रीय भाषाओं में भी इसका प्रसारण किया जाता है ताकि स्थानीय दर्शकों तक पहुंचा जा सके। इसे दूरदर्शन के राष्ट्रीय और क्षेत्रीय भाषा चैनलों पर भी दिखाया जाता है। डीडी फ्री डिश के माध्यम से 48 आकाशवाणी रेडियो चैनल और 92 निजी टीवी चैनल उपलब्ध हैं, जिससे ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों तक भी पहुंच होती है। डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म, यूट्यूब चैनलों (पीएमओ इंडिया, एआईआर आदि) पर लाइव-स्ट्रीम और आर्काइव किया जाता है। प्रसार भारती के ओटीटी प्लेटफ़ॉर्म वेव्स और न्यूज ऑन एआईआर मोबाइल ऐप (260+ आकाशवाणी चैनल) पर उपलब्ध है। प्रसार भारती की न्यूज़ फ़ीड सेवा पीबी शबद पर भी उपलब्ध कराया जाता है ताकि संबद्ध प्लेटफ़ॉर्म्स पर इसका व्यापक प्रसार हो सके। फेसबुक, ट्विटर, एक्स, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म पर भारत और विदेश के दर्शकों द्वारा भी देखा और सुना जाता है।

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