Eksandeshlive Desk
काठमांडू : चीन की चार दिनों की यात्रा पर सोमवार को बीजिंग के लिए रवाना हुए प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के दौरे पर होने वाले समझौतों पर सभी की निगाहें टिकी हैं। चीन के साथ बेल्ट एंड रोड कार्यान्वयन (बीआरआई) पर हस्ताक्षर होने की उम्मीद है। इस समझौते को लेकर सत्तारूढ़ दल नेपाली कांग्रेस और यूएमएल के बीच चीन से ऋण लेने वाली किसी परियोजना पर हस्ताक्षर न किये जाने की सहमति बनी है। प्रधानमंत्री के चीन दौरे पर नेपाल सिर्फ उन्हीं परियोजनाओं की सूची सौंपने वाला है, जिनमें चीन से ऋण के बजाय अनुदान मिलने वाला है।
नेपाल का बीआरआई फ्रेमवर्क पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव
नेपाल के सत्तारूढ़ दल ने चीन के साथ बीआरआई समझौते के कार्यान्वयन के लिए चीन के प्रस्तावित बीआरआई कार्यान्वयन समझौते के बदले बीआरआई फ्रेमवर्क पर हस्ताक्षर करने का प्रस्ताव किया है। हाल ही में चीन के दो दिवसीय भ्रमण से लौटी विदेश मंत्री डॉ. आरजू राणा ने कहा कि चीन को ऋण नहीं, सिर्फ अनुदान लेने की बात स्पष्ट रूप से बता दी गई है। नेपाल की तरफ से चीन को सौंपी गईं परियोजनाओं की सूची में रेलवे से लेकर हाईवे तक और हाईवे से लेकर पॉड वे तक प्रस्ताव किया गया है। इसके अलावा हाइड्रोपावर से लेकर ट्रांसमिशन लाइन तक और हॉस्पिटल से लेकर यूनिवर्सिटी के निर्माण का प्रस्ताव भी नेपाल की तरफ से किया गया है। इतना ही नहीं, नेपाल ने अपने यहां साइंस म्यूजियम से लेकर इंडस्ट्रियल पार्क तक के लिए चीन से सहयोग मांगा है।
समझौते के लिए इन परियोजनाओं का किया गया है चयन
बीआरआई को लेकर दोनों सत्तारूढ़ दलों के बीच बने कार्यदल को ही चीन से अनुदान में परियोजनाओं के चयन की जिम्मेदारी थी। इस कार्यदल के तीन में से दो सदस्य प्रधानमंत्री के प्रमुख राजनीतिक सलाहकार विष्णु रिमाल और प्रधानमंत्री के आर्थिक सलाहकार डॉ. युवराज खतीवड़ा ओली के साथ बीजिंग भ्रमण पर गए हैं। नेपाली कांग्रेस की तरफ से पार्टी के महामंत्री गगन थापा ने नेपाल के तरफ से प्रस्तावित परियोजनाओं की सूची के बारे में जानकारी दी है। उनके मुताबिक प्रधानमंत्री के चीन दौरे से ठीक पहले समझौते के लिए जिन परियोजनाओं का चयन किया गया है, उनमें शामिल हैं- टोखा–छहरे सुरंग मार्ग, हिल्सा–सिमकोट सड़क मार्ग, किमाथांका–खाँदबारी सड़क मार्ग, जिलोङ–केरुङ–काठमांडू सीमापार रेलमार्ग, काठमांडू हेटौडा पोडवे, अमरगढी सिटी हल, डडेलधुरा, जिलोंग–केरूंग–रसुवागढी चिलिमे 220 केवी सीमापार प्रसारण लाइन, काठमांडू रिंग रोड एवं प्रसारण लाइन स्तरोन्नति, मदन भंडारी तकनीकी विश्वविद्यालय, काठमांडू साइंटिफिक सेंटर एंड साइंस म्युजियम, दमक स्थित चीन–नेपाल मैत्री औद्योगिक पार्क, झापा स्पोर्ट्स एंड एथलेटिक्स काम्प्लेक्स।