ई बार पेड़ गिरने की हो चुकी है घटना
अजय राज
प्रतापपुर(चतरा): कहा गया है कि दुर्घटना रोकने के लिए सतर्कता जरूरी है। किंतु कोई दुर्घटना की संभावना को देखने के बाद भी उसे नजरअंदाज करे तो इसे घोर लापरवाही हीं कहा जाएगा।। प्रतापपुर प्रखंड कार्यालय परिसर में कई दर्जन यूकेलिप्टस के पेड़ लगे हुए हैं जो काफी लंबे लंबे एवं विशालकाय हैं। यह पेड़ काफी पुराने हो चुके हैं गांव के बूढ़े बुजुर्ग लोग तो इन पेड़ों की उम्र 40–45 साल से भी ज्यादा बताते हैं।समय के अनुसार ये पेड़ जड़ों से कमजोर होकर बेतरतीब तरीके से इधर उधर झुक गए हैं। वहीं कई पेड़ तो प्रखंड कार्यालय परिसर के मुख्य गेट के पास हीं खतरनाक तरीके से झुके हुए हैं जो कभी भी अचानक गिर सकते हैं। जिससे बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है यहां तक कि प्रखंड कार्यालय आने जाने वाले कर्मियों सहित आम जन की जान जा सकती है। लोगों का कहना है कि दो तीन दिन पूर्व रात्रि लगभग साढ़े 11 बजे के करीब प्रखंड कार्यालय गेट के पास विशाल लिपटस का पेड़ गिर गया था ये तो संयोग था कि यह घटना रात्रि पहर हुई यदि घटना सुबह में ऑफिस आवर में हुई होती तो जान माल का नुकसान हो सकता था।।
बताते चलें कि इस तरह की घटना कई बार हो चुकी है पिछले एक साल में कई यूकेलिप्टस का विशालकाय पेड़ गिर चुके हैं इसी को देखते हुए पूर्व के तत्कालीन बीडीओ अजय कुमार दास द्वारा पहल करते हुए प्रखंड समिति की बैठक में प्रस्ताव पास कर इन मौत के सौदागर बन चुके यूकेलिप्टस के पेड़ों को हटाकर अन्य छायादार वृक्ष लगाने की बात कही थी।। परंतु उनके जाते ही वो निर्णय ठंडे बस्ते में डल गया। अगर प्रखंड प्रशासन तथा जन प्रतिनिधि जल्द हीं इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं लेते हैं तो आने वाले समय में इन विशालकाय झुक चुके पेड़ों की वजह से कोई बड़ी घटना घर सकती है अतः समय रहते इन पुराने और कमजोर हो चुके पेड़ों को हटना जरूरी हो गया है। अब देखना यह है कि प्रखंड प्रशासन कब एक ठोस निर्णय लेते हुए इन पेड़ों को हटाती हैं।।