अजय राज
प्रतापपुर(चतरा): प्रतापपुर प्रखंड में रहने वाले चंद्रवंशी समाज के लोगों के द्वारा रविवार को एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन प्रतापपुर में सेवानिवृत शिक्षक विजय राम के आवासीय परिसर में किया गया। इसमें प्रखंड के जोगियारा, कौरा, जोगीडीह, प्रतापपुर, रामपुर, बभने सहित कई अन्य पंचायत में रहने वाले चंद्रवंशी भाईयों ने भाग लिया। यह बैठक मुख्य रूप से बहु प्रतीक्षित चंद्रवंशी प्रखंड कमिटी का गठन तथा विस्तार को लेकर बुलाया गया था। इस बैठक में सर्वसम्मति से प्रखंड अध्यक्ष के तौर पर दामोदर राम चंद्रवंशी व युवा प्रखंड अध्यक्ष के रूप में मिथलेश कुमार सोनू को चुना गया। वहीं सचिव रौशन कुमार, कोषाध्यक्ष रघुवीर राम व प्राण कुमार, उपाध्यक्ष विक्कू सिंह, जयप्रकाश राम चंद्रवंशी,द्वारिका सिंह, सुकेश कुमार व बच्चू सिंह, संयुक्त सचिव निर्मल राम चंद्रवंशी व रविन्द्र कुमार राबो,मीडिया प्रभारी अजय राज व अनुज कुमार चंद्रवंशी को बनाया गया है। इससे पहले बैठक में शामिल होने आए लोगों ने चक्रवर्ती महाराज जरासंध के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर आशीर्वाद लिया। इस मौके पर नवचयनित प्रखंड अध्यक्ष दामोदर राम चंद्रवंशी ने कहा कि मुझे अध्यक्ष के रूप में जो दायित्व दिया गया है उसके लिए मैं प्रखंड के सभी चंद्रवंशी परिवारों को धन्यवाद देता हूँ। मैं आप सब को भरोसा दिलाना चाहता हूं की चंद्रवंशी समाज के उत्थान के लिए जो भी जरूरी कार्य होंगे उसे पूरी निष्ठा एवं ईमानदारी से करूंगा। वहीं युवा प्रखंड अध्यक्ष मनोनित होने पर मिथलेश कुमार सोनू ने कहा की बहुत खुशी की बात है की देर से हीं सही प्रखंड चंद्रवंशी कमिटी का आज गठन हो गया है। किसी भी संगठन के लिए पद की प्रासंगिता तभी है जब सभी लोग अपने अपने दायित्वों का निर्वहन पूरी एकता और बिना किसी भेद भाव के करें। अध्यक्ष हम हों या आप हों यह मायने नही रखता बल्कि मायने यह रखता है की समाज के उत्थान के लिए समाज के एक एक व्यक्ति कितना तत्पर कितना समर्पित है। कोई भी संगठन सिर्फ अध्यक्ष और सचिव के भरोसे नही चल सकता उसमे आप सभी लोगों की सहभागिता जरूरी है। इसके अलावा भी कई अन्य लोगों ने भी अपने अपने विचार प्रकट किए। इस मौके पर वयोभृद्ध सत्संगी शिवनंदन सिंह, सेवानिवृत शिक्षक विजय राम चंद्रवंशी, मोहन राम, बृजमोहन राम, वीरेंद्र राम, गजेंद्र राम चंद्रवंशी, रामानंदन सिंह चंद्रवंशी, अजित सिंह चंद्रवंशी, दीपक कुमार, संजय राम चंद्रवंशी के साथ साथ समाज के सैकड़ो लोग मौजूद थे।
