कोडरमा : नागालैंड एवम बंगाल के लॉटरी के तर्ज पर डेहरी ओनसोन व हजारीबाग में प्रिंट हुए डुप्लीकेट प्रिंट टिकट को कोडरमा जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में अवैध रूप से बेचा जाता है। मिली जानकारी के अनुसार बॉक्स में लिखे नम्बरों के अनुसार जितने वालों को कमीशन काट कर रुपया दिया जाता है। मिली जानकारी के अनुसार नागालैंड के लॉटरी को 1 बजे, 6 बजे और 8 बजे खेलाया जाता है। जिसका रिजल्ट ऑनलाइन लॉटरी संवाद नाम के पोर्टल पर प्रकाशित किया जाता है। नाम नहीं प्रकाशित करने की शर्त पर एक लॉटरी खरीदार ने बताया कि झुमरीतिलैया के ब्लॉल तालाब, सामंतों काली मंदिर के समीप, बस स्टैंड, व कर्मा वहीं जयनगर के परसाबाद सहित अन्य जगहों से अवैध लॉटरी को विभिन्न एजेंटों के द्वारा सीधे साधे गरीब लोगो को बहला फुसला कर लॉटरी बेचा जाता है। सूत्रों के अनुसार लॉटरी का कारोबार शहर के स्टेशन रोड व स्टेशन के समीप चिन्हित चाय दुकान पर एजेंट आते हैं और लॉटरी में कुछ पैसे लगाकर लखपति बनने का झांसा देकर अवैध लॉटरी कारोबार करते हैं। लॉटरी के एक जानकर ने बताया कि नागालैंड और बंगाल में प्रकाशित लॉटरी में विजेताओं के नंबर पर जितने की राशि अलग होती और कोडरमा में उसी नम्बर पर अलग राशि कि दी जाती है। जिसमें पहला बॉक्स में 2 लाख पचास हजार, दूसरे बॉक्स में 2 लाख, तीसरे बॉक्स में 1 लाख और चौथे बॉक्स में 32 हजार इसी तरह अन्य विजेताओं को चंद रुपए जिताकर लॉटरी के अवैध खेल मे फंसाकर नए लोगों को लत लगाने की कोशिश की जाती है वहीं लॉटरी खेलने वाले विजेताओं को बेचने वाले एजेंटों के द्वारा कमीशन काट कर देने की बात कही जाती है।
