चतरा: पत्थलगडा के वरिष्ठ पत्रकार जितेंद्र कुमार तिवारी के पिताजी लक्ष्मी नारायण तिवारी (उम्र 89 वर्ष) नहीं रहे। बीती रात उन्होंने अंतिम सांस ली। कुछ दिनों से वे बीमार थे। बुधवार को दुंबी गांव स्थित पंचबहनी नदी घाट में उनका अंतिम संस्कार किया गया। लक्ष्मीनारायण तिवारी क्षेत्र के जाने-माने किसान थे। वे आजीवन चतरा और हजारीबाग में कांग्रेस पार्टी के कई महत्वपूर्ण पदों पर आसीन रहे। उनके निधन की खबर सुनकर पत्थलगडा में शोक की लहर है। उनके पांच पुत्र मिथिलेश तिवारी, गोपाल तिवारी, रामकिशोर तिवारी, राज किशोर तिवारी और जितेंद्र तिवारी समाज सेवा व कई पदों पर कार्यरत हैं। उनके निधन की खबर सुनकर सिमरिया विधायक उज्जवल कुमार दास, प्रखंड विकास पदाधिकारी कलिंद्र साहू, अंचलाधिकारी उदल राम, थाना प्रभारी आलोक रंजन चौधरी समेत कई पंचायत प्रतिनिधि, राजनीतिक दलों के लोग, सामाजिक कार्यकर्ता, पत्थलगडा के व्यवसायी और गणमान्य उनके आवास पहुंचे और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही शोक संतप्त परिजनों को ढाढस बंधाया। लक्ष्मी नारायण तिवारी के छोटे भाई वासुदेव तिवारी पत्थलगडा के पूर्व मुखिया थे। क्षेत्र के विकास और पत्थलगडा को पहचान दिलाने के लिए उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए। ब्राह्मण समाज के काफी संख्या में लोग उनके निधन की खबर सुनकर बरवाडीह स्थित आवास पहुंचे। अंतिम संस्कार कार्यक्रम में विधायक उज्जवल दास समेत भाजपा, कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता, जिले के कई पत्रकार और समाजसेवी उपस्थित हुए। उपस्थित लोगों ने उनके द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की और कहा कि वे पत्थलगडा के एक धरोहर थे। उनके आकस्मिक निधन से क्षेत्र को अपूर्णीय क्षति हुई है।