अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस लगातार ऑपरेशन चला रही है. लेकिन वो अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है. दरअसल, कुछ वक्त पहले तक अमृतपाल का नाम भी बहुत से लोगों ने नहीं सुना लेकिन उसने ऐसा क्या कर दिया कि पंजाब सरकार से लेकर पंजाब पुलिस तक उसके पीछे पड़ी है.
वर्तमान समय में वो पंजाब का मोस्ट वांटेड है. पंजाब ही नहीं विदेशों में भी अमृतपाल के समर्थक भारी संख्या में हैं. पंजाब में हो रही पुलिसिया कार्रवाई का विरोध विदेशों में स्थित भारतीय दूतावास के बाहर भी हो रहा है.
अमृतपाल के बारे में सबकुछ?
अमृतपाल सिंह का परिवार पंजाब के अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा का रहने वाला था. अमृतपाल का पूरा परिवार दुबई में रहता है और कथित तौर पर ट्रान्सपोर्ट का बिजनेस करता है. मिली जानकारी के अनुसार अमृतपाल 2012 तक दुबई में ही रहता था. लेकिन कृषि कानून के खिलाफ किसानों को समर्थन देने के लिए वापस भारत लौटा और फिर वापस दुबई चला गया.
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमृतपाल साल 2022 में फिर वापस भारत आया. वहीं, दीप सिद्धू की मौत के बाद अमृतपाल संगठन “वारिस पंजाब दे” का प्रमुख बन गया.
“वारिस पंजाब दे” की स्थापना?
पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू को 26 जनवरी, 2021 में लाल किले पर विरोध के दौरान गिरफ्तार किया गया था. वहीं, जमानत के बाद सिद्धू ने “वारिस पंजाब दे” का गठन किया था.
अमृतपाल सिंह अपने स्टाइल से लेकर बयानों से खुद को आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले के अनुयायी के रूप में पेश करता है.
अमृतपाल पर आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज
अमृतपाल सिंह के समर्थकों के पास से पुलिस को भारी मात्रा में हथियार मिला, जिसके बाद पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया है.
केजरीवाल ने की भगवंत मान की प्रशंसा
केजरीवाल ने पंजाब सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि ‘पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर है. भगवंत मान की सरकार ने अच्छे कदम उठाए हैं. शांति भंग करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी. पहले पंजाब में गैंगस्टरों को संरक्षण मिलता था, हमने सभी गैंगस्टरों पर कार्रवाई की है. देशहित के लिए जरूरी कदम उठाए जाएंगे और शांति भंग करने वालों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा.
वहीं, अमृतपाल सिंह पर पंजाब के सीएम भगवंत मान ने भी बयान दिया है. उन्होंने कहा “राज्य में शांति भंग करने का सपनें में भी मत सोजना, एक्शन.”