Eksandeshlive Desk
पलामू : पलामू टाइगर रिजर्व से विस्थापन के बाद मेदिनीनगर सदर प्रखंड के पोलपोल गांव के बिकाबेल में पुर्नवासित किए गए ग्रामीणों से शनिवार को राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी ने संवाद स्थापित किया। इस क्रम में उनके साथ कई प्रशासनिक पदाधिकारी और स्थानीय जनप्रतिनिधि मौजूद थे। लातेहार जिले में पड़ने वाले पलामू टाइगर रिजर्व क्षेत्र अंतर्गत गारू प्रखंड के कुजरूम और जागीर गांव के विस्थापित 57 परिवारों को बिकाबेल इलाके में पुर्नवासित किया गया है। उनके रहने के लिए आवास बनाये जा रहे हैं। मुख्य सचिव ने विस्थापित परिवारों के बारे में जानकारी ली। उनके रहन सहन तथा असुविधा के बारे में जाना। जीवनयापन में होने वाली कठिनाइयों से अवगत हुई और सुविधा देने का निर्देश अधिकारियों को दिया।
मुख्य सचिव ने लोगों को आश्वस्त किया कि सुरक्षित स्थान पर पुर्नवासित करना सरकार की प्राथमिकता है। पुर्नवासित लोगों को संपत्ति में दस्तावेजी अधिकार देने की बातें कही। आवंटित भूमि, मकान का मालिकाना हक प्रदान करने की पहल करने का निदेश दिया। मालिकाना हक प्रदान करने के लिए उन्होंने प्रावधान के अनुरूप आवंटित संपत्ति-भूमि के रजिस्टर-2 में नाम दर्ज कराने संबंधी प्रस्ताव तैयार कर राज्य को भेजने का निदेश दिया। उन्होंने कहा कि इसे माडल ग्राम के रूप में विकसित करने में राज्य से सहयोग प्रदान किया जायेगा। उन्होंने सभी परिवारों का आधार कार्ड बनवाने और बने आधार कार्ड में पत्ता बदलवाने तथा सभी पुर्नवासित परिवारों को कृषि, पशुपालन और सहकारिता विभाग, सिंचाई विभाग आदि विभिन्न विभागों की योजनाओं से अच्छादित करने का निर्देश दिया। बच्चों को स्कूल ओर आंगनबाड़ी केन्द्र से जोड़कर शिक्षा ग्रहण कराने का निर्देश दिया।
पलामू उपायुक्त शशि रंजन ने पुर्नवासित लोगों को सुविधा मुहैया कराए जाने से संबंधित योजनाओं से मुख्य सचिव को अवगत कराया। बताया कि बिजली, पानी एवं अन्य आवश्यक बुनियादी सुविधायुत आवास लाभुकों को उपलब्ध कराये गये हैं। कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग की योजनाओं से लाभुकों को लाभ देने का प्रयास जारी है। नहर के माध्यम से यहां सिंचाई की व्यवस्था उपलब्ध कराये जाने की योजना है। उन्होंने कहा कि सभी कार्डधारियों को राशन दिया जा रहा है। पुर्नवासितों के आवंटित आवासों पर सोहराई पेंटिंग या पसंद के अनुरूप पेटिंग बनवाने, पाथवे, कम्युनिटी सेंटर आदि बनाकर मॉडल गांव के रूप में विकसित किए जाने की पहल की जायेगी। उन्होंने गांव में व्यापक सुविधा बहाल करने को लेकर राज्य से सहयोग की अपेक्षा जताई। मुख्य सचिव ने प्रस्ताव तैयार कर भेजने का निर्देश दिया। उल्लेखनीय है कि ब्याघ्र परियोजना के कोर क्षेत्र में निवास करने वाले लोग गारू प्रखंड के कुजरूम से 57 एवं जयगीर से 22 परिवारों को बसाया जा रहा है। इसमें जयगीर से 22 एवं कुजरूम से 35 परिवार पोलपोल में बसाये जा चुके हैं।