Eksandeshlive Desk
अहमदाबाद/नई दिल्ली : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को गुजरात के आणंद में नवनियुक्त जिला कांग्रेस अध्यक्षों के प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन किया। वह गुजरात में एक दिन रुकेंगे। कांग्रेस कमेटी ने विजन 2027 का रोडमैप तय करने के लिए प्रदेश नवनियुक्त जिला कांग्रेस अध्यक्षों के लिए 26 से 28 जुलाई तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया है। नेता प्रतिपक्ष राहुल शनिवार सुबह वडोदरा हवाई अड्डे पर पहुंचे। वहां पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया। जहां से वे सड़क मार्ग से आणंद पहुंचे। कांग्रेस ने “संगठन सृजन अभियान” के तहत गुजरात में सभी जिला अध्यक्षों की नियुक्ति की है। इसी के तहत उन्होंने आणंद में अंधारिया चकला के पास निजानंद रिसॉर्ट में आयोजित प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया है। वह नवनियुक्त जिला अध्यक्षों के साथ लगभग चार घंटे बिताएंगे और उनका मार्गदर्शन करेंगे।
कांग्रेस के लिए गुजरात महत्वपूर्ण : प्रशिक्षण शिविर में संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, महासचिव एवं गुजरात संगठन प्रभारी मुकुल वासनिक, गुजरात कांग्रेस अध्यक्ष अमित चावड़ा और प्रदेश कांग्रेस व आणंद कांग्रेस के पदाधिकारी शामिल हुए। राहुल गांधी आज जितोदिया में सहकारी दुग्ध उत्पादकों और सहकारी समुदाय के नेताओं के साथ बैठक भी करेंगे। लोकसभा चुनाव-2024 के बाद जुलाई 2024 में राहुल गांधी गुजरात दौरे पर आए थे। तब उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था कि जिस तरह हमने अयोध्या में भाजपा को हराया है, उसी तरह गुजरात में भी हराएंगे। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने भी गुजरात के दौरे बढ़ा दिए हैं। गुजरात कांग्रेस के नेताओं का कहना है कि राहुल गांधी ने पिछले साल उन्हें गुजरात में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को हराने की चुनौती दी है। उस समय उन्होंने संसद में कहा था, “आप लिख लीजिए, इस बार हम आपको गुजरात में हराएंगे।” विपक्षी भारतीय गठबंधन गुजरात में भाजपा को हराएगा।” कांग्रेस के लिए गुजरात क्यों महत्वपूर्ण? गुजरात प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह का गृह राज्य है, इसलिए यहां का हर चुनाव अहम होता है। ऐसे में कांग्रेस को लगता है कि अगर उसे आगे बढ़ना है, तो उसे गुजरात में भाजपा को हराना होगा। इसके लिए कांग्रेस अगले दो सालों के लिए अपना कार्यक्रम तैयार करेगी।
एसएससी परीक्षा रद्द होना प्रशासनिक भ्रष्टाचार का नतीजा : कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने देश में कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) की चयन पोस्ट फेज-13 परीक्षा को पहले ही दिन तकनीकी खराबी के कारण कई केंद्रों पर रद्द करने को सरकार और सिस्टम की नाकामी बताया है। उन्होंने कहा कि यह प्रशासनिक भ्रष्टाचार और परीक्षा माफिया के गठजोड़ का नतीजा है। नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पोस्ट में बिहार में अभ्यर्थियों के 400 से 500 किलोमीटर दूर जाकर परीक्षा देने का जिक्र करते हुए कहा कि सिस्टम की लापरवाही से इतनी दूर से परीक्षा देने आए लोगों और उनके परिवार का समय और मेहनत बर्बाद हो रही है। उन्होंने पिछले 10 सालों में नीट, यूजीसी नेट, यूपीएससी, बीपीएससी और बोर्ड परीक्षाओं में खुलेआम धांधली का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल की धांधली में 85 लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं। इन धांधलियों को सरकार रोकने में पूरी तरह से नाकाम रही है। भर्ती परीक्षाओं में पारदर्शिता और सुधार के उसके बड़े-बड़े वादे खोखले साबित हुए हैं।