Eksandeshlive Desk
नई दिल्ली : छत्तीसगढ़ के दुर्ग में जबरन धर्म परिवर्तन और मानव तस्करी के आरोप में गिरफ्तार की गई तीन कैथोलिक ननों का मामला तूल पकड़ता जा रहा हैै। लोकसभा ने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने इसे अल्पसंख्यकों का उत्पीड़न बताया। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि छत्तीसगढ़ में दो कैथोलिक ननों को उनकी आस्था के कारण जेल भेजा गया है। यह न्याय नहीं बल्कि भीड़तंत्र है।
राहुल गांधी ने इसे एक पैटर्न बताते हुए कहा कि मौजूदा शासन में अल्पसंख्यकों का व्यवस्थित उत्पीड़न हो रहा है। सांसदों ने संसद में इस मुद्दे पर विरोध-प्रदर्शन किया। हम चुप नहीं बैठेंगे। धार्मिक स्वतंत्रता एक संवैधानिक अधिकार है और हम ननों की तत्काल रिहाई व इस अन्याय के लिए जवाबदेही की मांग करते हैं। कांग्रेस महासचिव वेणुगोपाल ने कहा कि दुर्ग में कैथोलिक ननों की गिरफ्तारी और उत्पीड़न के खिलाफ सांसदों ने संसद के बाहर प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि बिना किसी अपराध के ननों को हिंसक भीड़ ने निशाना बनाया और अल्पसंख्यकों को डराने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस सरकार में अल्पसंख्यकों के साथ अपराधियों जैसा व्यवहार कर रहा हैै। उल्लेखनीय है कि 26 जुलाई को छत्तीसगढ़ पुलिस ने बजरंगदल पदाधिकारी की शिकायत पर मानव तस्करी और जबरन धर्म परिवर्तन के आरोप में दुर्ग रेलवे स्टेशन से तीन लड़कियों को आगरा ले जा रहीं दो ननों और एक अन्य महिला को गिरफ्तार किया था।