मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन ने प्रकृति उपासना का महापर्व ‘बाहा पर्व’ के अवसर पर सरना पूजा स्थल जाहेरथान में पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों की सुख, समृद्धि, उन्नति और कल्याण की कामना की।
EKSNDESH LIVE DESK
जिलिंगगोड़ा/कुल्लुडीह, सरायकेला-खरसावां: मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन आज सरायकेला-खरसावां जिला के गम्हरिया प्रखंड स्थित अपने पैतृक गाँव जिलिंगगोड़ा पहुंचे। मुख्यमंत्री ने प्रकृति उपासना का महापर्व ‘बाहा पर्व’ के अवसर पर सरायकेला-खरसावां जिला के जिलिंगगोड़ा स्थित सरना पूजा स्थल जाहेरथान में पारंपरिक विधि-विधान से पूजा-अर्चना कर राज्यवासियों की सुख, समृद्धि, उन्नति और कल्याण की कामना की। मुख्यमंत्री ने सरायकेला-खरसावां जिला अंतर्गत कुल्लुडीह जाहेरथान का विधिवत उद्घाटन भी किया। मौके पर मुख्यमंत्री ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि राज्य के सभी पूजा स्थलों का संरक्षण, जीर्णोद्धार एवं विकास का कार्य उनकी सरकार कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस क्षेत्र में मौजूद अनेकों सरना स्थल, जाहेरथान के सौंदर्यीकरण का कार्य प्रगति पर है। आज कुल्लुडीह जाहेरथान बनकर तैयार है। जनजातीय संस्कृति से जुड़े रीति-रिवाजों को अक्षुण्ण रखा जा सके एवं इन स्थलों को जनजातीय संस्कृति के रूप में विकसित किया जा सके इस निमित्त उनकी सरकार निरंतर कार्य कर रही है।