by sunil
2018 में शिकायत करने के बावजूद जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक पर कोई कार्रवाई नहीं करने का आरोप
रांची : पूर्व सांसद, झारखण्ड स्वशासी परिषद (जैक) के पूर्व उपाध्यक्ष एवं झारखण्ड मज़दूर मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. सूरज मंडल ने कहा है कि झारखण्ड राज्य आवास बोर्ड के अध्यक्ष रहते नज़म अंसारी ने सैकड़ों करोड रुपये की जमीन को भ्रष्टाचार में लिप्त होकर और गैर कानूनी ढंग से वैसे लोगों को आवंटित कर दिया जो इसके पात्र नहीं थे. इस संदर्भ में डॉ. मंडल ने माननीय राज्यपाल संतोष मोहन देव से मुलाकात कर उनसे इस घोटाले की जाँच का आग्रह किया है क्योंकि इससे झारखण्ड सरकार को सीधे-सीधे राजस्व का नुकसान पहुँचा है वहीं दूसरी ओर वैसे लोगों को जमीन आवंटित कर दिया गया जो कानूनी रूप से उसके अधिकारी नहीं थे.डॉ. मंडल ने आरोप लगाया है कि मिहिजाम के जे. जे. एस. कॉलेज में उनके सचिव और इरफान अंसारी के अध्यक्ष रहने के दौरान 2018 में उक्त कॉलेज को राज्य सरकार द्वारा प्राप्त 36 लाख रुपये की अनुदान की राशि में घोटाला किया गया. उन्होंने कहा कि उक्त कालेज के शासी निकाय के अध्यक्ष और वर्तमान में राज्य सरकार के मंत्री इरफान अंसारी के साथ ही महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य कृष्ण मोहन शाह और भारतीय स्टेट बैंक मिहिजाम के शाखा प्रबंधक ने मिलीभगत कर उक्त 36 लाख रुपये की राशि का घोटाला किया. उन्होंने कहा कि जब वे मिहिजाम के उक्त कॉलेज में सचिव थे और उनकी सहमति एवं हस्ताक्षर से ही उक्त राशि की निकासी संभव थी. लेकिन अध्यक्ष इरफान अंसारी ने स्वयं सचिव बनकर सचिव का हस्ताक्षर कर उक्त राशि की निकासी कर ली. डॉ. मंडल ने कहा कि इस घटना व घोटाले की जानकारी होने के बाद उन्होंने प्राथमिकी दर्ज़ करवायी और जामताड़ा के पुलिस अधीक्षक को आवेदन देकर भी इस संदर्भ में जाँच कर कार्रवाई करने का आग्रह किया था लेकिन उनकी सूचना पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके साथ ही विश्वविद्यालय को इस सन्दर्भ में दी गयी सूचना पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. दूसरी ओर उनके स्थान पर किसी अन्य को उक्त कॉलेज के शासी निकाय में डाल दिया गया. श्री मंडल ने राज्यपाल से जमीन घोटाले के साथ ही मिहिजाम के जे. जे. एस. कॉलेज में अनुदानित 36 लाख रुपये की अवैध निकासी की जाँच करवाने के लिये कार्रवाई करने का अनुरोध किया है साथ ही दोषी तत्वों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है.