AMIT RANJAN
सिमडेगा: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होने वाले तीन दिवसीय रामरेखा मेला-सह-रामरेखा महोत्सव की तैयारी को लेकर बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता डीसी कंचन सिंह और एसपी एम अर्शी ने संयुक्त रुप से की। बैठक में मेला के दौरान विधि-व्यवस्था, सुरक्षा, पार्किंग, साफ-सफाई, पेयजल, विद्युत व्यवस्था सहित अन्य आवश्यक तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की गई। बैठक में समिति के सदस्यों ने जानकारी दी कि इस वर्ष मेला का आयोजन चार से छह नवम्बर तक आयोजित होगा। बैठक में डीसी ने मेला परिसर में साफ-सफाई सुनिश्चित करने हेतु जगह-जगह पर शौचालय, स्नानघर, मोबाइल यूनिट शौचालय, चेंजिंग रूम, पेयजल की व्यवस्था एवं डस्टबिन लगाने के निर्देश नगर परिषद एवं समिति के सदस्यों को दिए गए। सुरक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ बनाने के लिए जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
रामरेखाधाम राजकीय मेला घोषित: डीसी
रामरेखा धाम को राजकीय मेला घोषित किए जाने पर डीसी कंचन सिंह ने विस्तार से चर्चा की। उन्होने कहा कि रामरेखा धाम केवल सिमडेगा ही नहीं, बल्कि झारखंड और आसपास के राज्यों के लिए आस्था का प्रमुख केंद्र है। महोत्सव का आयोजन रामरेखा धाम परिसर एवं आसपास ही होना चाहिए, ताकि मेला का महत्व और आकर्षण दोनों बढ़ सके। उन्होंने कहा कि यदि राजकीय महोत्सव का आयोजन केवल सिमडेगा नगर में किया जाए तो इसका वास्तविक महत्व नहीं रह जाएगा।
बड़े पैमाने पर होगा सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन
डीसी ने बताया कि इस अवसर बड़े पैमाने पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जिसमें स्थानीय कलाकारों के साथ-साथ बाहर के राज्यों के कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। इससे न केवल जिले की संस्कृति को नई पहचान मिलेगी बल्कि स्थानीय पर्यटन और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। बैठक में डीडीसी दीपांकर चौधरी, एसडीओ प्रकाश ज्ञानी रंजन, एसडीपीओ बैजु उरांव, डीपीआरओ पलटू महतो सहित धाम समिति के सभी सदस्य उपस्थित थे।