रांची के 9 वर्षीय विवान शौर्या ने पेंटिंग में अंतरराष्ट्रीय स्तर प्रथम स्थान किया हासिल

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53 देशों के 1700 प्रतिभागियों में प्रथम स्थान, मिला स्टार आर्टिस्ट अवार्ड

Eksandeshlive Desk

रांची: डोरंडा के जेवीएम श्यामली के छात्र 9 वर्षीय बाल कलाकार विवान शौर्या ने एक बार फिर साबित कर दिया कि उम्र प्रतिभा की सीमा नहीं होती। विश्व की प्रतिष्ठित चित्रकला प्रतियोगिता “पिकासो आर्ट कॉन्टेस्ट” के “आर्टिस्टिक जेनेसिस 2025” में भाग लेकर उन्होंने लगातार चौथे वर्ष स्टार आर्टिस्ट अवार्ड जीतकर अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत और झारखंड का परचम लहराया।

इस वर्ष आयोजित प्रतियोगिता में 53 देशों से 1700 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिसमें अमरीका, इटली, हांगकांग, कनाडा, तुर्की, ऑस्ट्रिया, वियतनाम, रोमानिया, बुल्गारिया, साइप्रस, संयुक्त अरब अमीरात, ईरान, श्रीलंका, बांग्लादेश सहित कई अन्य देश शामिल थे। 6 से 10 वर्ष आयु वर्ग में विवान ने 100 में से 96 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान हासिल किया और “स्टार आर्टिस्ट सर्टिफिकेट ऑफ अचीवमेंट” से सम्मानित हुए। प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल में शामिल थे – डॉ. ज़ैनब नूर (प्रख्यात कलाकार, मिस्र, पीएचडी. – ललित कला), ताइशा ब्रेहॉट (प्रख्यात कलाकार, न्यूयॉर्क और न्यूजीलैंड से, एमएलए – येल यूनिवर्सिटी, अमेरिका) और भारत से के. राखी। मूल्यांकन के मानदंडों में नवाचार, रचनात्मकता, प्रस्तुति, आकर्षण, पूर्णता, कलाकार की आयु एवं कलात्मक क्षमता जैसे पहलुओं को शामिल किया गया। इस वर्ष विवान ने ‘ऐलिस इन वंडरलैंड’ फिल्म के लोकप्रिय किरदार मैड हैटर का पेंसिल कलर से हाइपर रियलिस्टिक पोर्ट्रेट बनाकर निर्णायकों का दिल जीत लिया।

विवान जवाहर विद्या मंदिर, श्यामली में तीसरी कक्षा का छात्र है। अब तक वह 130 से अधिक अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय पुरस्कार जीत चुका है। चार बार मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और माननीय पूर्व राज्यपाल रमेश बैस द्वारा सम्मानित हो चुके विवान ने जून 2022 में सबसे कम उम्र में 129 पेंटिंग बनाकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज कराया था। विवान के पिता धनंजय कुमार, जो स्वयं प्रसिद्ध चित्रकार और कलाकृति स्कूल ऑफ आर्ट्स के संस्थापक हैं, विवान के गुरु भी हैं। उन्होंने बताया कि विवान ने 2 वर्ष की उम्र से पेंटिंग बनाना शुरू कर दिया था और वह निरंतर उनके मार्गदर्शन में चित्रकला की बारीकियां सीख रहा है। उनकी माता रजनी कुमारी ने जानकारी दी कि विवान न केवल पेंटिंग में, बल्कि एक्टिंग, रोल प्ले, कहानी वाचन, भाषण, कविता, गीता पाठ और पियानो में भी प्रतिभाशाली है और बड़े-बड़े मंचों पर प्रदर्शन कर पुरस्कार प्राप्त कर चुका है। उनकी इस उपलब्धि पर विद्यालय के प्राचार्य समरजीत जाना, शिक्षकगण, परिवार एवं पूरे राज्य में खुशी की लहर है।

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