Eksandeshlive Desk
रांची : आदिवासी छात्र संघ ने रांची कॉलेज का नाम बदलकर वीर बुधु भगत विश्वविद्यालय करने की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने की मांग की है। शुक्रवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि राज्य सरकार ने इस संबंध में कैबिनेट से प्रस्ताव पारित कर दिया। बावजूद इसके विश्वविद्यालय का नाम अब तक नहीं बदला जा सका है, जो बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने राज्यपाल से आग्रह किया कि आदिवासी अस्मिता और गौरव के प्रतीक वीर बुधु भगत के नाम पर विश्वविद्यालय का नामकरण शीघ्र किया जाए। इसके अलावे साथ ही संघ ने विश्वविद्यालय में कार्यरत एक आदिवासी महिला नॉन-टीचिंग कर्मचारी के साथ हुए अत्याचार की निष्पक्ष जांच कराकर न्याय दिलाने की भी मांग की।
संघ की उपाध्यक्ष दीपा कच्छप ने कहा कि वीर बुधु भगत झारखंड के पहले स्वतंत्रता सेनानी और जननायक रहे हैं। उनके नाम पर विश्वविद्यालय का नामकरण होना आदिवासी समाज के लिए सम्मान की बात होगी। अगर समय रहते इन मांगों पर सकारात्मक पहल नहीं हुई, तो आगे आंदोलन किया जाएगा। संघ के अध्यक्ष विवेक तिर्की ने विश्वविद्यालय की तमाम समस्याओं और अव्यवस्थाओं पर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि लंबे समय से विश्वविद्यालय का शैक्षणिक और प्रशासनिक कार्य ठप पड़ा है। इससे छात्रों की पढ़ाई और भविष्य प्रभावित हो रहा है। उन्होंने कहा कि न तो केंद्रीय पुस्तकालय की स्थिति संतोषजनक है और न ही विभागों में पर्याप्त सुविधाएं हैं। इसके अलावा टीआरएल-9 विभाग में योग्य शिक्षकों की कमी और भवन की अनुपलब्धता भी गंभीर समस्या है। मौके पर आदिवासी छात्र संघ के सचिव नितेश टोप्पो, मीडिया प्रभारी आलोक तिर्की, अभिनव भगत, चंचल मुंडा, उत्तम उरांव, आशीष टोप्पो, आलोक मिंज सहित अन्य मौजूद थे।