रांची में आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत समीक्षात्मक बैठक आयोजित

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Eksandeshlive Desk
रांची : श्रीमती हिमानी पांडे, संयुक्त सचिव, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय-सह-केंद्रीय प्रभारी अधिकारी, आकांक्षी जिला कार्यक्रम, रांची, द्वारा आज आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत राजकीय अतिथिशाला सर्कुलर रोड़ रांची के सभागार में समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई।
बैठक में उपायुक्त रांची, राहुल कुमार सिन्हा, उप- विकास आयुक्त रांची, दिनेश कुमार यादव, अनुमंडल पदाधिकारी सदर रांची, उत्कर्ष कुमार, परियोजना निदेशक समेकित बाल विकास अभिकरण रांची, सुधीर बाड़ा, जिला कृषि पदाधिकारी रांची, अनिल कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी रांची, राम शंकर सिंह, जिला योजना पदाधिकारी रांची, अरुण कुमार सिंह, जिला जन संपर्क पदाधिकारी रांची, डॉ. प्रभात शंकर, जिला शिक्षा पदाधिकारी रांची, मिथलेश केरकेट्टा, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी रांची, श्रीमती श्रीमती स्वेता भारती, सिविल सर्जन सदर रांची, डॉ. प्रभात कुमार एवं सभी सम्बंधित पदाधिकारी उपस्थित थे।
आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत समीक्षात्मक बैठक में केंद्र प्रायोजित कार्यक्रमों के प्रगति एवं भावी कार्य योजना की समीक्षा करते हुए सम्बंधित सभी अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा-निर्देश।
श्रीमती हिमानी पांडे द्वारा आकांक्षी जिला कार्यक्रम के तहत समीक्षात्मक बैठक में केंद्र प्रायोजित कार्यक्रमों के प्रगति एवं भावी कार्य योजना की क्रमवार समीक्षा करते हुए, सभी सम्बंधित अधिकारियों से कहा कि नीति आयोग द्वारा निर्धारित आकांक्षी जिले के विभिन्न मानकों में उत्तरोत्तर और सुधार की आवश्यकता है, ताकि इसमें और मानक में सुधार हो सकें। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि सहित विभिन्न क्षेत्रों में सुधार के लिए लगातार प्रयास करने हेतु अधिकारियों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने को कहा गया।
उन्होंने कहा कि आकांक्षी जिला के मानकों में सुधार को लेकर सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करने से ही इसमें और प्रगति हो सकती है एवं उन्होंने कहा कि कई ऐसी योजना, हैं, जिसका क्रियान्वयन आमजनों के हित के लिए अति आवश्यक है। संयुक्त सचिव ने सभी सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा की समुचित कार्य प्रारूप तैयार किया जाय ताकि योजनाओं का उचित क्रियान्वयन सुनिश्चित हो पाए एवं हमारा मुख्य उद्देश्य है कि आमजनों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए उन्हें योजनाओं के माध्यम से सीधे रूप से लाभान्वित किया जा सके।